विज्ञापन
This Article is From Jun 25, 2012

वीरभद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप तय, कहा - जरूरत पड़ी तो इस्तीफा दूंगा

शिमला: शिमला की एक अदालत ने केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह के खिलाफ सोमवार को भ्रष्टाचार के आरोप तय किए। विशेष न्यायाधीश बीएल सोनी ने यह आदेश सुनाया। अभियोजन पक्ष ने दम्पत्ति के खिलाफ अक्टूबर 2010 में आरोप पत्र दाखिल किया था।
वहीं, सोमवार की शाम केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की जिसके बाद उनके इस्तीफे को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। सिंह को साजिश रचने और भ्रष्टाचार के 23 वर्ष पुराने मामले में अभ्यारोपित किया गया है।

केस मामले पर उन्होंने कहा कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया गया है लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वह इस्तीफा दे देंगे। वह सरकार को मुश्किल में नहीं डालेंगे।

पुलिस के अनुसार सिंह के राजनीतिक सलाहकार विजय सिंह मनकोटिया द्वारा 2007 में जारी ऑडियो कैसेट के आधार पर दम्पत्ति पर तीन अगस्त 2009 को मामला दर्ज किया गया था।

पूर्व मुख्यमंत्री पर 1989 में अपनी आधिकारिक स्थिति का फायदा उठाने और आपराधिक दुर्व्यवहार के आरोप हैं।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Corruption Case Against Union Minister Virbhadra Singh, Virbhadra Singh, वीरभद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, वीरभ्रद के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com