Delhi Riots Case : दिल्ली दंगा मामले में गिरफ्तार किए गए जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद (Umar Khalid) को सोमवार को दिल्ली की कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. उमर खालिद को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार रात को गिरफ्तार किया था. उमर खालिद का नाम दिल्ली दंगों की लगभग हर चार्जशीट में है.
दिल्ली पुलिस ने ट्रम्प के आने के पहले उसके भाषण और दिल्ली में आरोपियों के साथ हुई बातचीत के कॉल रिकार्ड,आरोपियों के साथ मीटिंग और आरोपियों के बयानों में उसे साज़िशकर्ता बताते हुए गिरफ्तार किया है. अब साज़िश को लेकर स्पेशल सेल 17 सितम्बर को जो चार्जशीट पेश करने वाली है उसमें उमर खालिद की पूरी भूमिका के बारे में बताया गया है. उसकी यूएपीए के मामले में गिरफ्तारी हुई है.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने जाफराबाद में हुई हिंसा (Jafrabad Violence) के मामले में FIR No. 50/20 में देवांगना कलिता,नताशा नरवाल ,गुलफिशा फातिमा के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है. चार्जशीट में इन लोगों को आरोपी बनाया गया है. लेकिन इन्होंने अपने बयान में प्रोफेसर अपूर्वानंद ,योगेंद्र यादव ,सीताराम येचुरी, डॉक्यूमेंट्री फिल्मकार राहुल रॉय ,इकोनॉमिस्ट जयती घोष,एमएलए मतीन अहमद ,अमानतुल्लाह खान,उमर खालिद का नाम भी लिया है.
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दिल्ली पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक दंगों में इनकी भूमिका है. दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में इन्हें आरोपी तो नहीं बनाया है लेकिन इनकी भूमिका की जांच चल रही है. हालांकि जिन लोगों के सीआरपीसी 161 में बयान दर्ज किए गए हैं उन्होंने अपने बयान में हस्ताक्षर नहीं किये हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस मामले में बड़ी साजिश की जांच कर रही है. लेकिन स्पेशल सेल ने दंगों की साजिश को लेकर अब तक कोई चार्जशीट दायर नहीं की है.
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