नई दिल्ली/कोलकाता:
दिनेश त्रिवेदी ने अपनी अवज्ञा समाप्त करते हुए रेल मंत्री पद छोड़ने का निर्णय किया। त्रिवेदी ने इसके साथ ही रेल बजट में यात्री किराया बढ़ाने को लेकर अपनी पार्टी की नाराजगी के बाद पांच दिन से जारी नाटक पर विराम लगा दिया।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘त्रिवेदी ने मुझे फोन किया और बताया कि वह पार्टी के निर्णय का पालन करेंगे और अपना त्यागपत्र भेज देंगे।’ उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि त्रिवेदी ने उन्हें बताया कि वह पार्टी के साथ ही रहेंगे। 61 वर्षीय त्रिवेदी ने दिल्ली में कहा कि उन्होंने वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए ममता को फोन किया। ‘उन्होंने मुझे त्यागपत्र के लिए कहने में काफी उदारता दिखाई और उनके लिए मेरे भीतर काफी सम्मान है। मैं पार्टी अनुशासन का पालन करूंगा।’ उन्होंने ममता के हवाले से कहा कि उनका निर्णय पार्टी का निर्णय है और उन्हें इसका पालन करना होगा।
त्रिवेदी का निर्णय एंटी क्लाइमैक्स के रूप में सामने आया है क्योंकि उन्होंने गत पांच दिन से कड़ी अवज्ञा दिखाते हुए अपना पद तब तक छोड़ने से इनकार कर दिया था जब तक कि ममता यह लिखित में नहीं देतीं।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘त्रिवेदी ने मुझे फोन किया और बताया कि वह पार्टी के निर्णय का पालन करेंगे और अपना त्यागपत्र भेज देंगे।’ उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि त्रिवेदी ने उन्हें बताया कि वह पार्टी के साथ ही रहेंगे। 61 वर्षीय त्रिवेदी ने दिल्ली में कहा कि उन्होंने वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए ममता को फोन किया। ‘उन्होंने मुझे त्यागपत्र के लिए कहने में काफी उदारता दिखाई और उनके लिए मेरे भीतर काफी सम्मान है। मैं पार्टी अनुशासन का पालन करूंगा।’ उन्होंने ममता के हवाले से कहा कि उनका निर्णय पार्टी का निर्णय है और उन्हें इसका पालन करना होगा।
त्रिवेदी का निर्णय एंटी क्लाइमैक्स के रूप में सामने आया है क्योंकि उन्होंने गत पांच दिन से कड़ी अवज्ञा दिखाते हुए अपना पद तब तक छोड़ने से इनकार कर दिया था जब तक कि ममता यह लिखित में नहीं देतीं।
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