जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक की फाइल फोटो.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के एक गांव में भीड़ ने कथित तौर पर राजेंद्र नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी. सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि वारदात के दौरान पुलिस मौके पर मौजूद है. लेकिन पुलिस वहां तमाशबीन बनकर खड़ी रही. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग करने को लेकर दिए विवादित बयान के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक को 'तबादले का डर' सता रहा है. मलिक जम्मू में वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरधारी लाल डोगरा की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. वहां उन्होंने कहा कि उन्हें पद से तो नहीं हटाया जाएगा, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उन्हें कब दूसरे राज्य में भेज दिया जाए. बता दें, शनिवार को राज्यपाल मलिक ने कहा था कि केंद्र सरकार चाह रही थी कि सज्जाद लोन को सरकार बनाने का मौका दिया जाए, लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की बात न मानते हुए विधानसभा को भंग कर दिया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब (Kartarpur Corridor) को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की आधारशिला रखी. सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में आरोपी पुलिसकर्मी ने बुधवार को मुंबई की सीबीआई विशेष अदालत में बताया कि एनकाउंटर की कहानी को सही बताने के लिए सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. आरोपी पुलिसकर्मी अब्दुल रहमान ने मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया, 'इस मामले को सही बताने के लिए मेरे सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. पढें दिन भर की टॉप 5 न्यूज.
1- यूपी में मॉब लिंचिंग: भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, तमाशबीन बनकर देखती रही पुलिस
1- यूपी में मॉब लिंचिंग: भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, तमाशबीन बनकर देखती रही पुलिस
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के एक गांव में भीड़ ने कथित तौर पर एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी. सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि वारदात के दौरान पुलिस मौके पर मौजूद है. लेकिन पुलिस वहां तमाशबीन बनकर खड़ी रही. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक राजेंद्र नाम के युवक का दूसरे पक्ष के लोगों से किसी बात को लेकर सोमवार को झगड़ा हो गया था. इसके बाद गुस्साए लोगों ने उस पर लाठी से हमला कर दिया. पुलिस को जैसे ही जानकारी मिली, वह मौके पर पहुंच गई. उसके बाद पुलिस ने जख्मी राजेंद्र को अपने वाहन में डाल दिया. लेकिन हमलावर उसे छोड़ने को तैयार नहीं थे. भीड़ में शामिल एक युवक उस पर तब तक हमला करता रहा. जब तक वह बुरी तरह जख्मी होकर सड़क पर नहीं गिर गया. इन सबके दौरान पुलिस ने कुछ नहीं किया, वह केवल तमाशबीन बनी रही.
2-जम्मू-कश्मीर: गवर्नर सत्यपाल मलिक को सता रहा है 'तबादले का डर', बोले- पता नहीं कितने दिन यहां हूं
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग करने को लेकर दिए विवादित बयान के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक को 'तबादले का डर' सता रहा है. मलिक जम्मू में वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरधारी लाल डोगरा की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. वहां उन्होंने कहा कि उन्हें पद से तो नहीं हटाया जाएगा, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उन्हें कब दूसरे राज्य में भेज दिया जाए. बता दें, शनिवार को राज्यपाल मलिक ने कहा था कि केंद्र सरकार चाह रही थी कि सज्जाद लोन को सरकार बनाने का मौका दिया जाए, लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की बात न मानते हुए विधानसभा को भंग कर दिया. राज्यपाल मलिक ने कहा, 'मैं कितने दिन यहां हूं, यह मेरे हाथ में नहीं हैं. मुझे नहीं पता कि मेरा कब तबादला कर दिया जाएगा. मुझे पद से नहीं हटाया जाएगा, लेकिन मेरे तबादले की आशंका है. जब तक मैं यहां हूं, मैं आप लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि जब भी आप मुझे बुलाएंगे, मैं उन्हें (गिरधारी लाल डोगरा) श्रद्धांजलि देने के लिए आता रहूंगा.' सत्यपाल मलिक पिछले तीन महीने से जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पद पर हैं.
3- सोहराबुद्दीन एनकाउंटर: आरोपी पुलिसकर्मी ने CBI कोर्ट में कहा- मुठभेड़ को सही बताने के लिए सीनियर्स ने बनाया था दबाव
सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में आरोपी पुलिसकर्मी ने बुधवार को मुंबई की सीबीआई विशेष अदालत में बताया कि एनकाउंटर की कहानी को सही बताने के लिए सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. आरोपी पुलिसकर्मी अब्दुल रहमान ने मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया, 'इस मामले को सही बताने के लिए मेरे सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. इसके बारे में सीआईडी और सीबीआई को भी बताया था.' बता दें, मंगलवार को अब्दुल रहमान ने कोर्ट को बताया था कि मेरे नाम से जो एफआईआर बनाई गई थी, वो फर्जी थी किसी और ने मेरे नाम से लिखी थी. रहमान ने बताया कि एफआईआर गुजराती में लिखी हुई थी और मुझे गुजराती भाषा आती ही नहीं है.
4- हम भारत के साथ सभ्य रिश्ते चाहते हैं, इरादा कर लें तो सभी मसले हल हो सकते हैं: इमरान खान
2-जम्मू-कश्मीर: गवर्नर सत्यपाल मलिक को सता रहा है 'तबादले का डर', बोले- पता नहीं कितने दिन यहां हूं
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग करने को लेकर दिए विवादित बयान के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक को 'तबादले का डर' सता रहा है. मलिक जम्मू में वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरधारी लाल डोगरा की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. वहां उन्होंने कहा कि उन्हें पद से तो नहीं हटाया जाएगा, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उन्हें कब दूसरे राज्य में भेज दिया जाए. बता दें, शनिवार को राज्यपाल मलिक ने कहा था कि केंद्र सरकार चाह रही थी कि सज्जाद लोन को सरकार बनाने का मौका दिया जाए, लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की बात न मानते हुए विधानसभा को भंग कर दिया. राज्यपाल मलिक ने कहा, 'मैं कितने दिन यहां हूं, यह मेरे हाथ में नहीं हैं. मुझे नहीं पता कि मेरा कब तबादला कर दिया जाएगा. मुझे पद से नहीं हटाया जाएगा, लेकिन मेरे तबादले की आशंका है. जब तक मैं यहां हूं, मैं आप लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि जब भी आप मुझे बुलाएंगे, मैं उन्हें (गिरधारी लाल डोगरा) श्रद्धांजलि देने के लिए आता रहूंगा.' सत्यपाल मलिक पिछले तीन महीने से जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पद पर हैं.
3- सोहराबुद्दीन एनकाउंटर: आरोपी पुलिसकर्मी ने CBI कोर्ट में कहा- मुठभेड़ को सही बताने के लिए सीनियर्स ने बनाया था दबाव
सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में आरोपी पुलिसकर्मी ने बुधवार को मुंबई की सीबीआई विशेष अदालत में बताया कि एनकाउंटर की कहानी को सही बताने के लिए सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. आरोपी पुलिसकर्मी अब्दुल रहमान ने मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया, 'इस मामले को सही बताने के लिए मेरे सीनियर्स ने मुझ पर दबाव बनाया था. इसके बारे में सीआईडी और सीबीआई को भी बताया था.' बता दें, मंगलवार को अब्दुल रहमान ने कोर्ट को बताया था कि मेरे नाम से जो एफआईआर बनाई गई थी, वो फर्जी थी किसी और ने मेरे नाम से लिखी थी. रहमान ने बताया कि एफआईआर गुजराती में लिखी हुई थी और मुझे गुजराती भाषा आती ही नहीं है.
4- हम भारत के साथ सभ्य रिश्ते चाहते हैं, इरादा कर लें तो सभी मसले हल हो सकते हैं: इमरान खान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब (Kartarpur Corridor) को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की आधारशिला रखी. इस दौरान भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, हरसिमरत कौर और नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद थे. इस मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत-पाकिस्तान दोनों तरफ से गलतियां हुईं हैं. जब फ्रांस और जर्मनी साथ हैं फिर हम क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि क्या हम अपना एक मसला हल नहीं कर सकते? कोई ऐसी चीज नहीं जो हल नहीं हो सकती. इरादे बड़े होने चाहिए, ख्वाब बड़े होने चाहिए
5- नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए : तेजस्वी यादव
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को बिहार के सभी सुधार गृहों की जांच सीबीआई को देने का आदेश दिया. इस मुद्दे पर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ और आक्रामक हो गया. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को आने वाले समय में विधानसभा का मुंह नहीं देखना चाहिए. निश्चित रूप से सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले से विपक्ष को एक मुद्दा बैठे बिठाये मिल गया. तेजस्वी ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले तीन महीने से कोर्ट की मॉनिटरिंग के कारण दूध का दूध पानी का पानी होता जा रहा है.
5- नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए : तेजस्वी यादव
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को बिहार के सभी सुधार गृहों की जांच सीबीआई को देने का आदेश दिया. इस मुद्दे पर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ और आक्रामक हो गया. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को आने वाले समय में विधानसभा का मुंह नहीं देखना चाहिए. निश्चित रूप से सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले से विपक्ष को एक मुद्दा बैठे बिठाये मिल गया. तेजस्वी ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले तीन महीने से कोर्ट की मॉनिटरिंग के कारण दूध का दूध पानी का पानी होता जा रहा है.
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