क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी के बाद टूलकिट मामले में कई जानकारियां सामने आई हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक खालिस्तानी समर्थक एम. धालीवाल की करीबी कनाडा की रहने वाली अनिता लाल भी टूलकिट मामले में एक अहम किरदार है. अनीता लाल वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन की फाउंडर और पॉइटिक जस्टिस फाउंडेशन की को-फाउंडर है. टूलकिट को तैयार करने में अनीता लाल भी शामिल थी.
साथ ही सूत्रों ने बताया कि जूम मीटिंग में शामिल होने वाले कई लोगों ने अपनी पहचान छुपा रखी थी या तो कोई और ID बना रखी थी, ताकि पहचाने जान जाएं. कनाडा की रहने वाली पुनीत नाम की महिला और निकिता भी पहली बार इंस्ट्राग्राम चेट्स और PROTON मेल के जरिये मिले थे. 6 दिसम्बर को जो ग्रुप बनाया गया था, उसका नाम इंटरनेशनल फार्मर्स स्ट्राइक था.
इसके अलावा बताया कि 20 जनवरी से 27 जनवरी तक शांतुनु टीकरी बॉर्डर पर मौजूद था, जिसके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हुआ है. शांतुनु किसान आंदोलन में शामिल हुआ था.
वहीं बताया जा रहा है कि गिरफ्तार की गईं दिशा रवि ने स्पेशल सेल की पूछताछ में कई नाम बताए हैं. जिसमें कुछ लोग देश के बाहर के जबकि कई भारत में ही रह रहे हैं.
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पुलिस कमिश्नर का कहना है, 'हमनें टूलकिट मामले में केस दर्ज कर लिया है, जांच जारी है. जांच में आगे काफी कुछ सामने आएगा. दिशा की गिरफ्तारी नियम और कानून के तहत हुई है. कोई 22 साल का हो या 50 साल का ,कानून सबके लिए बराबर है. हमारी गिरफ्तारी को सही मानते हुए कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड दी है.'
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