पश्चिम बंगाल (West Bengal) के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा मंगलवार को की गई वर्चुअल रैली में सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधने का टीएमसी ने जवाब दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह को याद दिलाया कि किस तरह से उनके लोगों ने कोलकाता में ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ था और वह बंगाल की संस्कृति को पुन:स्थापित करने की बात कह रहे हैं. टीएमसी ने अमित शाह को भारत की समावेशिता के लिए खतर बताया. आपको बता दें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कोलकाता में अमित शाह का रोड शो हुआ था. इस दौरान हुई हिंसा में विद्यासागर कॉलेज में लगी ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को उपद्रवियों ने तोड़ दिया था. जिसके बाद टीएमसी ने इस मुद्दे के लिए बीजेपी को कसूरवार ठहराते हुए इसे बंगाल की अस्मिता के साथ जोड़ दिया था. यह हिंसा 15 मई 2019 को हुई थी. इसके बाद 11 जून 2019 को सीएम ममता बनर्जी ने विद्यासागर कॉलेज पहुंचकर नई मूर्ति का अनावरण किया था.
मंगलवार को टीएमसी नेता ममता बनर्जी की वही फोटो शेयर करते हुए बीजेपी पर हमला किया. टीएमसी ने अपने ट्वीट में लिखा, ' अमित शाह, जिन्होंने खुद इस देश की समावेशिता को खतरे में डाला है, वो बंगाल की संस्कृति को पुन:स्थापित करने की बात कह रहे हैं. क्या उन्हें याद नहीं वो ममता बनर्जी ही थीं जिन्होंने विद्यासागर जी की मूर्ति को पुन:स्थापित करवाया था जिन्हें उनके आदमियों ने उनके सामने ही तोड़ा था. #बंगालरिजेक्ट्सअमितशाह '
.@AmitShah, someone who's himself put the inclusivity of India in danger, talks about 'restoring' the culture of #Bengal. Doesn't he remember, it was @MamataOfficial who restored statue of Vidya Sagar, vandalised by his men in front of his own eyes.#BengalRejectsAmitShah pic.twitter.com/MO8LVl5OXv
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) June 9, 2020
आपको बता दें कि आज अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के लिए डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. अमित शाह ने कहा, "पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र राज्य है, जहां राजनीतिक हिंसा का कारोबार फल-फूल रहा है. जिस दिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) पश्चिम बंगाल में सरकार बनाएगी, उस दिन कुछ ही क्षणों में 'आयुष्मान भारत' योजना को लागू करेगी. मैं बंगाल की जनता को ये कहना चाहता हूं कि भले ही भाजपा को 303 सीटें देशभर से मिली है. लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण है बंगाल की 18 सीटों पर मिली विजय. जब जनसम्पर्क और जनसंवाद का इतिहास लिखा जाएगा तो नड्डा जी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा किया गया वर्चुअल रैलियां का ये प्रयोग एक विशेष अध्याय के रूप में लिखा जाएगा.''
वर्चुअल रैली में अमित शाह ने कहा, ''ममता दी आप हमारा हिसाब मांगती हो, मैं तो हिसाब लेकर आया हूं. लेकिन आप भी कल प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी सरकार का हिसाब दीजिए और कहीं बम धमाकों या बंद हुई फैक्टरियों का नंबर मत बता दीजिएगा. भाजपा के मार दिए गए कार्यकर्ताओं की संख्या मत बता दीजिएगा. यूपीए ने 10 साल में एक बार 3.5 करोड़ किसानों का 60 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया, लेकिन आंकड़े कुछ और है. मोदी जी ने 9.5 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 72 हजार करोड़ रुपये पहुंचाने का काम किया है. साल हर किसान को 6 हजार रुपया पहुंचाया जा रहा है.''
गृह मंत्री ने कहा, ''जिस बंगाल में रविन्द्र संगीत की धुन सुनाई देती थी, वो बंगाल आज बम धमाकों से दहल रहा है. गोलियों की आवाज, हत्याओं और लोगों की चीखों से सुन्न रह गया है. कौमी दंगों से इसकी आत्मा को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है. मैं करोड़ों बंगालवासियों से कहना चाहता हूं कि आपने कम्युनिस्ट और तृणमूल दोनों को आजमाया है. एक मौका भाजपा को दीजिए, हमारी पांच साल की सरकार के बाद बंगाल में भ्रष्टाचार, टोलबाजी, घुसपैठ, परिवारवाद, बेरोजगारी, आतंक और हिंसा समाप्त हो जाएगी.''
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