नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंत्री और बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पत्रकार अक्षय सिंह को लेकर अपने असंवेदनशील बयान पर फंस गए हैं। दलील पुरानी है कि मीडिया ने गलत ढंग से पेश किया।
पत्रकार अक्षय सिंह के घर अपनी शोक-संवेदना जताने पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय से अपना बयान न उगलते बन रहा है न निगलते। वो अब अक्षय से अपनी दोस्ती का वास्ता दे रहे हैं। लेकिन असली सवाल यही है, कोई वरिष्ठ नेता ऐसा बयान कैसे दे सकता है, इसका जवाब वो देने को तैयार नहीं।
कैलाश विजयवर्गीय का बयान लगभग वायरल हो चला है। दरअसल ज़िम्मेदारी न लेने के इस अहंकार की वजह से भी व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश में बेरोकटोक चलता रहा। और अब लगातार हो रही मौतों का जवाब लीपापोती से लेकर फूहड़ बयानों तक से दिया जा रहा है।