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This Article is From Feb 28, 2014

मेरा देश की ओर से सबसे बड़ा सम्मान है : बेटे ने पढ़ा सुब्रत राय का मैसेज

मेरा देश की ओर से सबसे बड़ा सम्मान है : बेटे ने पढ़ा सुब्रत राय का मैसेज
नई दिल्ली:

सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय को आज सुबह बेहद नाटकीय माहौल में गिरफ्तार कर लिया गया और उनके बेटे सीमांतो राय ने कहा कि उनके पिता ने स्वेच्छा से लखनऊ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और वह अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं।

राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह हड़बड़ी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सीमांतो ने कहा कि सहारा प्रमुख को अपनी मां से बहुत लगाव है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि सुब्रत राय को उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट से थोड़ी राहत मिल जाएगी, लेकिन उन्होंने आज सुबह जब अपने फरार होने के संबंध में खबरें पढ़ीं तो उन्हें बहुत पीड़ा हुई और इसके बाद उन्होंने स्वेच्छा समर्पण करने का फैसला किया।

संवाददाता सम्मेलन शुरू होने के कुछ ही मिनट पहले सहारा समूह के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि सुब्रत राय को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

कोर्ट ने राय के खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंट वापस लेने के लिए दायर याचिका भी खारिज कर दी।

सीमांतो ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह पूरे घटनाक्रम से जुड़ी बहुत-सी गलतफहमी दूर करना चाहते हैं और कर्मचारियों, शेयरधारकों और आम जनता के फायदे के लिए कुछ तथ्य पेश करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि सहारा प्रमुख 26 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में पेश होने के लिए 24 फरवरी को दिल्ली आए थे। सीमांतों ने कहा, उन्हें (सुब्रत राय को) अपनी मां बहुत लगाव है और उनकी बीमारी के कारण उन्हें वापस लखनऊ जाना पड़ा। उन्होंने सिर्फ एक दिन के लिए सुप्रीम कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी, लेकिन उन्हें यह छोटी-सी राहत नहीं मिली। इससे पहले सुब्रत राय ने सुबह लखनऊ से एक हस्ताक्षरित बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि वह फरार नहीं हैं और सुप्रीम कोर्ट के किसी भी आदेश को बिना शर्त मानने के लिए तैयार हैं। उन्होंने हालांकि अदाल से अपील की कि उन्हें अपनी बीमार मां के साथ 3 मार्च तक अपने घर में नजरबंदी में रहने की इजाजत दी जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया था कि वह राय को 4 मार्च को पेश करें।

सीमांतो ने कहा, मां बेटे के बीच बेहद नाजुक संबंध है। वह 92 साल की हैं और सचमुच बीमार हैं। हमें उम्मीद है कि अदालत यह समझेगी कि .. सहाराश्री कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। हमें कानून में भरोसा है और देखते हैं कि क्या होता है।

सीमांतो ने संवाददाता सम्मेलन में छह पन्ने का एक बयान पढ़ा, जिसमें इस 20 फरवरी से शुरू घटनाक्रम का ब्योरा दिया। उन्होंने अपने पिता का एक संदेश भी पढ़ा जिसमें कहा गया ‘मेरा दफ्तर, मेरे सहयोगियों, मेरे परिवार के सदस्यों के पास मीडिया के मित्रों , रिश्तेदारों के लगातार फोन, एसएमएस आदि आ रहे हैं। वे मुझसे बात करना चाहते हैं। मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि ‘मेरा देश की ओर से सबसे बड़ा सम्मान है।' उन्होंने कहा कि सहारा इंडिया परिवार ने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि हर तरह के कारोबार और प्रक्रियाओं में कानून का अनुपालन हो। सीमांतो ने कहा कि पहले भी समूह ने कई मुश्किलों का सामना किया है।

उन्होंने कहा, हर बार हम ज्यादा ताकत और दृढ़ता से उबरे हैं। सीमांतो ने भावनात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि सुब्रत राय मेरे लिए सिर्फ स्नेहशील पिता ही नहीं बल्कि राष्ट्र के देशभक्त पुत्र भी हैं, जिन्होंने कई तरीके से देश में उल्लेखनीय योगदान किया है।

उन्होंने कहा, मुझे यह देखकर कष्ट होता है कि आज उनकी प्रतिष्ठा और छवि को इस तरह धूमिल किया जा रहा है। मैं आपसे विनम्रता से अपका समर्थन और सहयोग मांगता हूं।

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