कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Congress Leader Kapil Sibal) ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी (Oxygen Crisis) से मरीजों की मौत के मामले में केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सिब्बल ने बुधवार को NDTV से बातचीत में कहा, इस सरकार पर कौन भरोसा कर सकता है. ये न तो इनके डीएनए में है. ये जनता की भावनाओं और अहमियत को समझते ही नहीं. इस सरकार ने देखना और सुनना बंद कर दिया है. सिब्बल ने पेगासस जासूसी स्कैंडल (Pegasus Spy Scandal) और पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह के मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखी.
सिब्बल ने कहा कि क्या मृत्यु प्रमाणपत्र में आक्सीजन की कमी लिखी जाती है.मानवीय मुद्दे को भी ये राजनीतिक रंग दे रहे हैं. केंद्र ने जनता के लिए कोई इंतज़ाम नहीं किया.न आक्सीजन का इंतज़ाम किया जाए, न बेड का. कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्यता से इस सरकार का कोई लेना देना नहीं है. ये सरकार लोगों की पीड़ा को सुनने के लिए तैयार ही नहीं है.
पेगासस जासूसी के मुद्दे पर सिब्बल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह खुद क्रोनोलाजी समझें.
लोकसभा चुनाव से पहले आप सब कुछ जानना चाहते थे. सदन में बोलिए कि सरकार या एजेंसी ने पेगासस का इस्तेमाल नहीं किया. सिब्बल ने कहा कि इन्हें चुनाव जीतना था. इन्हें ममता दीदी से ख़तरा था. जिस किसी भी इनको ख़तरा था, उनके ख़िलाफ़ पेगासस का इस्तेमाल किया.कांग्रेस सांसद ने कहा कि पहले तो सदन में ये बोलें कि पेगासस का इस्तेमाल इन्होंने नहीं किया. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि ये कभी ऐसा बोलेंगे.
सरकार बताए पेगासस का इस्तेमाल किया या नहीं
एनएसओ टेक्नोलाजी (NSO Group) का उस महिला से क्या ताल्लुक. कुमारस्वामी का पीए कौन है, उन्हें तो कोई दिलचस्पी नहीं है. सिब्बल ने कहा कि सूची से साफ़ ज़ाहिर है कि इन लोगों को टारगेट किया गया. टारगेट हुआ या नहीं ये नहीं पता चल सकता. सरकार बताए कि पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल हुआ या नहीं. हुआ तो कितना पैसा दिया गया.
संसद सत्र के ठीक एक दिन पहले खुलासे के सवाल पर सिब्बल ने कहा कि बाकी देशों में जहां लिस्ट जारी हुई, वहां भी सदन चल रहा था क्या.
सरकार की एजेंसियों पर विश्वास कम
सिब्बल ने कहा, सरकार के कारनामों से हमारी बदनाम हो रहीआप मोरक्को, अजरबैजान जैसे देशों से आप जुड़े हैं. जहां लोकतंत्र ही नहीं है.हिंदुस्तान की ये हालत हो गई है.हमारी सुनवाई तो सिर्फ़ कोर्ट में हो सकती है.हमें सरकार की एजेंसी पर थोड़ा कम विश्वास है. जेपीसी भी बननी ही चाहिए.
हमारी राय नहीं ली जाती, पूछा जाएगा तो जरूर सलाह दूंगा
पंजाब में जारी अंतर्कलह पर सिब्बल बोले कि उनसे तो कोई सलाह लेता नहीं है. न ही उन्हें इस मुद्दे की कोई जानकारी है.जो पार्टी का फ़ैसला होगा, परिणाम सामने आ जाएंगे. वो पार्टी से अलग नहीं हैं. अंसतुष्ट नेताओं के सवाल पर सिब्बल ने कहा, पार्टी सोचती है कि मैं अलग हूं. लेकिन मैं तो पार्टी के साथ हूं.हमेशा पार्टी की हिफ़ाज़त करता रहा हूं.राय पूछी जाएगी तो बताई जाएगी.
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