फाइल फोटो
नई दिल्ली:
अभिनेत्री सांसद हेमा मालिनी की मर्सिडीज कार दौसा कस्बे के निकट गुरुवार रात एक तिराहे पर ऑल्टो कार को टक्कर मारी, जिसमें वह घायल हो गईं।
इससे पहले भी देश के कई नेताओं की सड़क दुर्घटना हुई, लेकिन वो हेमा मालिनी जैसे जितने खुशकिस्मत नहीं थे। आइए, जानते हैं ऐसे 10 नेताओं के बारे में, जिन्होंने अपनी जिंदगी सड़क हादसे में खो दी।
दुर्घटनाओं में मरने वाले ये हैं देश के 10 प्रमुख नेता :
1. गोपीनाथ मुंडे
केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की पिछले वर्ष एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। लेकिन, ग्रामीण विकास के लिए नव नियुक्त केंद्रीय मंत्री मुंडे के अलावा भी कई नेताओं की मौत दुर्घटना में हो चुकी है।
2. वाई.एस.आर रेड्डी
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस.आर रेड्डी की मृत्यु भी एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से हुई थी। 3 सितंबर, 2009 को गांव चित्तूर जाते वक्त उनका हेलिकाप्टर नलमल्ला फॉरेस्ट में जा गिरा था। उनका शव करीब 27 घंटे बाद बरामद किया गया था।
3. वाई येरेन नायडू
2 नवंबर, 2012 को विशाखापट्टनम से एक शादी समारोह से वापस लौटते वक्त वरिष्ठ टीडीपी नेता वाई येरेन नायडू की सड़क दुर्घटना के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। यह दुर्घटना उनके पैतृक जिले श्रीकाकुलम में हुई थी। जहां, उनकी कार को पिछे आ रहे एक ऑयल टैंकर ने टक्कर मार दी थी, जिससे नायडू बूरी तरह जख्मी हो गए थे। उसके बाद दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी मौत हो गई थी।
4. साहिब सिंह वर्मा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व 13वीं लोकसभा के सांसद (1999–2004) व 1996 से 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके साहिब सिंह वर्मा की मृत्यु भी वर्ष 2007 को एक सड़क दुर्घटना में हुई थी। वो सीकर जिले में एक स्कूल का शिलान्यास कर वापस दिल्ली लौट रहे थे, तब उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई थी, जिनसे उनकी मौत हो गई थी।
5. जीएमसी बालयोगी
टीडीपी नेता और लोकसभा अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी की मौत भी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी। दरअसल, 3 मार्च, 2002 को वे एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे थे, जहां आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उनकी मौत हो गई थी।
6. राजेश पायलट
11 जून, 2000 को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र दौसा में भडाना के पास कांग्रेस नेता राजेश पायलट की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, वो 57 साल के थे। उनकी कार राजस्थान राज्य सड़क परिवहन की एक बस से जा टकराई थी, जिसमें वो बुरी तरह से घायल हो गए थे और अस्पताल पहुंचने के 45 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई थी।
7. माधवराव सिंधिया
30 सितंबर, 2001 को एक सेसना विमान के क्रेश हो जाने के कारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवराव सिंधिया की मौत हो गई थी। दरअसल, वो विमान से कानपुर जा रहे थे तब विमान के पायलट का संपर्क एटीसी दिल्ली से टूट गया और एटीसी लखनऊ से भी पायलट का कोई संपर्क नहीं हो पाया। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि खराब मौसम ही इस क्रेश का कारण बना था।
8. दोरजी खांडू
30 अप्रैल, 2011 को एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की मृत्यु हो गई थी। जिस हेलीकॉप्टर पर वो यात्रा कर रहे थे, उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और घने वन क्षेत्र में जा गिरा।
9. कैप्टन कंवलजीत सिंह
पंजाब के सहकारिता मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के महासचिव रहे कैप्टन कंवलजीत सिंह की मृत्यु 29 मार्च 2009 को खरड़ के पास एक सड़क दुर्घटना की वजह से हो गई थी। दुर्घटना के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां अगले दिन उनकी मौत हो गई थी।
10. पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह
भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की मृत्यु भी रोपड़ जिले के किरतपुर साहिब के निकट एक सड़क दुर्घटना के कारण हो गई थी। वो आनंदपुर साहिब जा रहे थे, इसी दौरान ट्रक से उनकी की कार टक्कर हो गई थी। जख्मी हालत में उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई में एडमिट किया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी।
इससे पहले भी देश के कई नेताओं की सड़क दुर्घटना हुई, लेकिन वो हेमा मालिनी जैसे जितने खुशकिस्मत नहीं थे। आइए, जानते हैं ऐसे 10 नेताओं के बारे में, जिन्होंने अपनी जिंदगी सड़क हादसे में खो दी।
दुर्घटनाओं में मरने वाले ये हैं देश के 10 प्रमुख नेता :
1. गोपीनाथ मुंडे
केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की पिछले वर्ष एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। लेकिन, ग्रामीण विकास के लिए नव नियुक्त केंद्रीय मंत्री मुंडे के अलावा भी कई नेताओं की मौत दुर्घटना में हो चुकी है।
2. वाई.एस.आर रेड्डी
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस.आर रेड्डी की मृत्यु भी एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से हुई थी। 3 सितंबर, 2009 को गांव चित्तूर जाते वक्त उनका हेलिकाप्टर नलमल्ला फॉरेस्ट में जा गिरा था। उनका शव करीब 27 घंटे बाद बरामद किया गया था।
3. वाई येरेन नायडू
2 नवंबर, 2012 को विशाखापट्टनम से एक शादी समारोह से वापस लौटते वक्त वरिष्ठ टीडीपी नेता वाई येरेन नायडू की सड़क दुर्घटना के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। यह दुर्घटना उनके पैतृक जिले श्रीकाकुलम में हुई थी। जहां, उनकी कार को पिछे आ रहे एक ऑयल टैंकर ने टक्कर मार दी थी, जिससे नायडू बूरी तरह जख्मी हो गए थे। उसके बाद दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी मौत हो गई थी।
4. साहिब सिंह वर्मा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व 13वीं लोकसभा के सांसद (1999–2004) व 1996 से 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके साहिब सिंह वर्मा की मृत्यु भी वर्ष 2007 को एक सड़क दुर्घटना में हुई थी। वो सीकर जिले में एक स्कूल का शिलान्यास कर वापस दिल्ली लौट रहे थे, तब उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई थी, जिनसे उनकी मौत हो गई थी।
5. जीएमसी बालयोगी
टीडीपी नेता और लोकसभा अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी की मौत भी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी। दरअसल, 3 मार्च, 2002 को वे एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे थे, जहां आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उनकी मौत हो गई थी।
6. राजेश पायलट
11 जून, 2000 को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र दौसा में भडाना के पास कांग्रेस नेता राजेश पायलट की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, वो 57 साल के थे। उनकी कार राजस्थान राज्य सड़क परिवहन की एक बस से जा टकराई थी, जिसमें वो बुरी तरह से घायल हो गए थे और अस्पताल पहुंचने के 45 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई थी।
7. माधवराव सिंधिया
30 सितंबर, 2001 को एक सेसना विमान के क्रेश हो जाने के कारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवराव सिंधिया की मौत हो गई थी। दरअसल, वो विमान से कानपुर जा रहे थे तब विमान के पायलट का संपर्क एटीसी दिल्ली से टूट गया और एटीसी लखनऊ से भी पायलट का कोई संपर्क नहीं हो पाया। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि खराब मौसम ही इस क्रेश का कारण बना था।
8. दोरजी खांडू
30 अप्रैल, 2011 को एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की मृत्यु हो गई थी। जिस हेलीकॉप्टर पर वो यात्रा कर रहे थे, उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और घने वन क्षेत्र में जा गिरा।
9. कैप्टन कंवलजीत सिंह
पंजाब के सहकारिता मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के महासचिव रहे कैप्टन कंवलजीत सिंह की मृत्यु 29 मार्च 2009 को खरड़ के पास एक सड़क दुर्घटना की वजह से हो गई थी। दुर्घटना के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां अगले दिन उनकी मौत हो गई थी।
10. पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह
भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की मृत्यु भी रोपड़ जिले के किरतपुर साहिब के निकट एक सड़क दुर्घटना के कारण हो गई थी। वो आनंदपुर साहिब जा रहे थे, इसी दौरान ट्रक से उनकी की कार टक्कर हो गई थी। जख्मी हालत में उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई में एडमिट किया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं