आतंकी सैफुल्ला (फाइल फोटो)
खास बातें
- पाकिस्तान सैफुल्ला को पाकिस्तानी मानने को तैयार नहीं
- हंदवाड़ा में तीन दफा आम लोगों पर ग्रेनेड फेंकने की कोशिश की
- खुलासा किया, लश्कर ने घुसपैठ का अपना एक नेटवर्क बना लिया
नई दिल्ली: एनआईए से पूछताछ में जिंदा पकड़े गए आतंकी बहादुर अली उर्फ सैफुल्ला ने काउंसलर एक्सेस की मांग की ताकि वह अपने परिवार वालों से मिल सके. एनआईए ने उसका अनुरोध विदेश मंत्रालय तक पहुंचा दिया और विदेश मंत्रालय ने पाक उच्चायोग तक यह बात पहुंचा दी, लेकिन पाकिस्तान यह मानने को तैयार नहीं है कि कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में पकड़ा गया आतंकी उसके देश का नागरिक है.
पाकिस्तान ने कुछ ऐसा ही मुंबई हमले के आंतकी कसाब के मामले में भी किया था और अंत तक यह बात नहीं मानी कि कसाब पाकिस्तानी नागरिक था. यह अलग बात है कि पाकिस्तानी मीडिया की बदौलत दुनिया ने उसकी मां और बाप दोनों से बात करके इस बात की पुष्टि कर दी कि कसाब पाकिस्तान का ही रहने वाला था.
पाकिस्तान की तो हालत यह है कि वह मानने को तैयार ही नहीं होता कि वह भारत में आतंकी भेजता है. उल्टे वह भारत पर आरोप लगाता है कि पाकिस्तान में भारत आतंकी गतिविधियां कराता है.
एनआईए से पूछताछ में बहादुर ने बताया कि वह कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में तीन दफा आम लोगों पर ग्रेनेड फेंकने की कोशिश कर चुका है लेकिन सफल नहीं हुआ. बहादुर ने यह भी खुलासा किया कि लश्कर ने घुसपैठ का अपना एक नेटवर्क बना लिया है. इतना ही नहीं घुसपैठ के रास्ते का वीडियो बनाकर आतंकियों को दिखाया जाता है ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो.