यह ख़बर 07 अगस्त, 2011 को प्रकाशित हुई थी

डूबे जहाज़ से निकला तेल, जुहू बीच हुआ जहरीला

खास बातें

  • मुम्बई तट पर डूबे जहाज एमवी रैक कैरियर से तेल का रिसाव शुरू होने के बाद पुलिस ने लोगों को समुद्र तट की ओर जाने से बचने के लिए कहा।
मुम्बई:

मुम्बई तट पर डूबे मालवाहक जहाज एमवी रैक कैरियर से तेल का रिसाव शुरू होने के बाद पुलिस ने रविवार को लोगों को समुद्र तट की ओर जाने से बचने के लिए कहा। मालवाहक जहाज गुरुवार को डूबा था। मुम्बई के पुलिस आयुक्त अरूप पटनायक ने रैक कैरियर से हो रहे तेल के रिसाव की जांच के लिए जुहू समुद्र तट का दौरा किया। पटनायक ने कहा, "मैं लोगों से अपील करता हूं कि तेल रिसाव के प्रभाव से बचने के लिए वे समुद्र तट की ओर न जाएं और न ही समुद्र में प्रवेश करें।" उन्होंने कहा कि वह समुद्र और स्वास्थ्य विभाग की टीमों से मुम्बई के समुद्र तटों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए कहेंगे ताकि लोगों की उपस्थिति के बारे में निर्णय लिया जा सके। उन्होंने कहा, "मैं इस क्षेत्र का विशेषज्ञ नहीं हूं, इसलिए मैं तेल के रिसाव से होने वाले प्रभाव की गम्भीरता का आकलन नहीं कर सकता। मैंने समुद्र तटों खासतौर पर जुहू तट पर अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती करने के लिए कहा है।" पटनायक ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि समुद्र तटों पर अभी कानून एवं व्यवस्था की समस्या नहीं है। इसके पहले रविवार को नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि डूबे जहाज से तेल का रिसाव शनिवार देर रात से हो रहा है। जहाज से प्रतिघंटे करीब 1.5 से दो टन तेल का रिसाव हो रहा है।" अधिकारी ने कहा, "रिसाव सामने आने पर गश्त पर लगे तटरक्षक जहाज समुद्र प्रहरी ने रिसे तेल को निष्क्रिय करने के लिए समुद्र में रासायनिक पदार्थ का छिड़काव किया। इसके अलावा तटरक्षकों द्वारा 'पर्यावरण सुरक्षा' अभियान शुरू किया गया है।" अधिकारी के मुताबिक रविवार सुबह एक हवाई सर्वेक्षण किया गया जिससे पता चला कि तेल का फैलाव डूबे जहाज से सात नॉटिकल मील की दूरी तक हो चुका है। उन्होंने बताया कि तटरक्षक ने तेल का फैलाव रोकने के लिए एक अन्य जहाज आईसीजीएस संकल्प को भी लगाया है। अधिकारियों को हालांकि हालात पर सख्त निगरानी रखने के लिए कहा गया है। अधिकारी ने बताया, "राज्य के अधिकारियों को भी सलाह जारी की गई है कि वे रिसाव से प्रभावित समुद्री इलाके में मछुआरों को जाने से रोकने के लिए निर्देश जारी करें।" गौरतलब है कि इस जहाज पर 60 हजार टन कोयला और 340 टन डीजल लदा था। यह जहाज गुरुवार की दोपहर मुम्बई तट के पास डूब गया। इसके डूबने से पर्यावरणीय समस्या के उत्पन्न होने का खतरा है। नौसेना और भारतीय तटरक्षक के संयुक्त प्रयास से जहाज पर मौजूद इंडोनेशिया, जॉर्डन और रोमानिया के चालक दल के सभी 30 सदस्यों को बचा लिया गया। पनामा का यह जहाज मेसर्स डेल्टा शिपिंग मरीन सर्विसेज कतर का था जो इंडोनेशिया के लुबुक-टुटुंग से कोयला लेकर गुजरात के दाहेज बंदरगाह जा रहा था।


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