राहुल गांधी ने असम में चुनावी बिगुल फूंका, तरुण गोगोई ही होंगे सीएम उम्मीदवार

राहुल गांधी ने असम में चुनावी बिगुल फूंका, तरुण गोगोई ही होंगे सीएम उम्मीदवार

राहुल गांधी बारपेटा में (पीटीआई फोटो)

बारपेटा/गुवाहाटी:

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को असम विधानसभा चुनाव का एक तरह से बिगुल फूंकते हुए पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत की और मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित किया। उन्होंने बीजेपी पर घृणा और अशांति फैलाने का आरोप लगाया। पूर्वोत्तर राज्य के दो-दिवसीय दौरे का समापन करते हुए राहुल ने शनिवार को रोड शो किया, बारपेटा का दौरा किया और विकास एवं शांति के लिए सत्ताधारी कांग्रेस को मत देने की अपील की।

राहुल ने शनिवार की शुरुआत स्थानीय मीडिया के साथ बैठक से की। इस दौरान उन्होंने घोषित किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो 79-वर्षीय गोगोई ही मुख्यमंत्री होंगे। गोगोई 2001 से लगातार तीसरे कार्यकाल में राज्य के मुख्यमंत्री का दायित्व निभा रहे हैं।

यहां ब्रह्मपुत्र गेस्ट हाउस में संपादकों और वरिष्ठ पत्रकारों के साथ एक मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी नेतृत्व और मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है और सिर्फ यही लोग असम में किसी राजनीतिक दल से गठबंधन के बारे में निर्णय लेंगे।

राहुल ने राज्य की महिला उद्यमियों के एक समूह से भी मुलाकात की और अपने पार्टी के नेताओं को संबोधित किया। बारपेटा में राहुल ने कहा कि बीजेपी सिर्फ घृणा और हिंसा फैलाना जानती है। बारपेटा जिले के दौरे में उन्होंने लोगों से विकास और शांति के लिए राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस को दोबारा मत देने की अपील की।

वह शुक्रवार को दो दिन की यात्रा पर असम की राजधानी पहुंचे और शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर से बारपेटा के लिए रवाना हुए। राहुल को देखने और उनसे बात करने की इच्छा लिए हजारों की संख्या में लोग सड़क के दोनों ओर जमा हो गए। राहुल ने शनिवार को बारपेटा में एक जनसभा को भी संबोधित किया।

राहुल ने जनसभा में कहा, "बीजेपी सिर्फ नफरत और हिंसा फैलाना जानती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ लोगों को आपस में लड़ाना और उस पर राजनीति करना जानते हैं।" उन्होंने कहा, "मोदीजी करीब एक साल पहले असम आए थे और ढेर सारे वादे किए थे, जैसे कि वह विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाएंगे और देश के हर नागरिक के खाते में कम से कम 15 लाख रुपये जमा करेंगे। लेकिन अब वह अपना वादा भूल चुके हैं।"

बिहार विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए राहुल ने कहा, "मोदीजी बिहार भी गए थे और अनेक वादे किए थे। उन्होंने बिहार में 25 से 30 रैलियां कीं। बिहार वासियों ने उन्हें देखा और सुना, लेकिन बीजेपी के सांप्रदायिक एजेंडों को देखते हुए लोगों ने उन्हें मत नहीं दिया।"

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राहुल ने कहा, "करीब 15 साल पहले असम में अशांति का माहौल था। हालांकि मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में शांति बहाल करने में सफल रही।" कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना शुरू की ताकि देश की गरीब आबादी की मदद की जा सके, लेकिन मोदीजी ने सत्ता में आते ही मनरेगा को बंद करने की कोशिश की।