New Delhi:
टीम अन्ना और सरकार ने संसद में चर्चा से पहले आज यहां लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर गतिरोध तोड़ने के लिए एक और दौर की वार्ता की। टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण और मेधा पाटकर ने कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की और उन मुद्दों पर बातचीत की, जिन्हें सरकार संसद में चर्चा के दौरान उठा सकती है। पाटकर ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया जिस चीज पर चर्चा हुई, वह सिर्फ यह है कि संसद के समक्ष क्या आएगा...हम अन्ना का पत्र पहले ही उन्हें दे चुके हैं।यह उल्लेख करते हुए कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी है, उन्होंने कहा कि हजारे और उनकी टीम अपनी तीन मांगों से पीछे नहीं हटी है, जिनमें सभी नौकरशाहों को लोकपाल के दायरे में लाए जाने, सभी कार्यालयों में सिटिजन चार्टर लगाए जाने और सभी राज्यों में लोकायुक्त नियुक्त किए जाने की मांग शामिल है। उन्होंने कहा, हम अब भी इन मांगों पर टिके हैं, जो वाकई मायने रखती हैं। सरकार जवाब दे रही है। अब यह केवल सरकार ही नहीं, बल्कि विपक्षी दल भी। सभी प्रक्रिया के बारे में सकारात्मक हैं। पाटकर ने कहा कि प्रत्येक सांसद अन्ना के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
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