सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रणब के आंकड़ों से आम आदमी का कोई मतलब नहीं है। आम आदमी को महंगाई और रोजगार को लेकर चिंता है।
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New Delhi:
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा सोमवार को संसद में पेश किए गए आम बजट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि वित्त मंत्री ने केवल आंकड़ों की बाजीगारी में लोगों को उलझाने की कोशिश की है। सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रणब मुखर्जी के आंकड़ों से आम आदमी का कोई मतलब नहीं है। आम आदमी को मंहगाई और युवाओं को रोजगार को लेकर चिंता है लेकिन इस बजट में न तो महंगाई का जिक्र किया गया है और न ही भ्रष्टाचार से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा, "यह बजट हताश और निराश करने वाला तथा पूरी तरह से दिशाहीन है।" उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में जो वृद्धि हुई है वह एक स्वागत योग्य कदम है। दरअसल, सरकार ने समस्याओं को समझने की कोशिश ही नहीं की है,ऐसे में समस्याओं के निदान की अपेक्षा कैसे की जा सकती है?
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सुषमा स्वराज, महंगाई, आम आदमी