अरुण जेटली....
नई दिल्ली:
एलओसी पर भारत के सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के एक हफ्ते बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि 'इससे पहले भारत बेहद ही पारंपरिक कदम उठाता आ रहा था, हमारी सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में बड़ी ही गंभीरता से एक कदम आगे की ओर बढ़ाया है.'
शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के कदम की तारीफ करने के बाद कांग्रेस ने बाद में यह दावा किया कि उनकी सत्ता के दौरान भी पीओके में इस तरह के स्ट्राइक्स हुए थे, लेकिन उसका इतना प्रचार नहीं किया गया. यही नहीं विपक्ष ने सरकार से कहा है कि सबूत दिखाकर वह पाकिस्तान को झूठा साबित करें, वहीं इस रणनीति की सैन्य विशेषज्ञों ने आलोचना करते हुए कहा है कि इससे सेना का मनोबल कमज़ोर पड़ सकता है.
सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीति के साथ जोड़कर विपक्ष, इस्लामाबाद के सुर में सुर मिला रहा है जिसने इन स्ट्राइक्स को सिरे से नकार दिया है. वहीं सेना का दावा है कि इस स्ट्राइक में आतंकियों के सात ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें कई आतंकी ढेर हुए.
वित्तमंत्री ने अमेरिका की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कहा, दुनियाभर में जितनी भी आतंकी वारदातें होती हैं उस पर पाकिस्तान की छाप दिखाई देती है. ब्रांड पाकिस्तान ने आतंक से ही अपनी पहचान बनाई है.' जेटली ने नवंबर में होने वाले सार्क सम्मेलन की तरफ इशारा भी किया, जिसका भारत समेत सार्क के आधे से ज्यादा सदस्यों ने बहिष्कार किया है. जिसके बाद पाकिस्तान 'अलग थलग' पड़ गया है.
इस सैन्य कार्रवाई से पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए एक वैश्विक अभियान छेड़ा था. पीएम मोदी भी पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए व्यापार और जल बंटवारा समझौते की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने अपनी पार्टी के सभी नेताओं से भी साफ कहा है कि पीओके में हुई स्ट्राइक पर अपनी पीठ थपथपाना बंद करें, वहीं रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि यह '100 प्रतिशत परफेक्ट सर्जिकल स्ट्राइक' थी.
शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के कदम की तारीफ करने के बाद कांग्रेस ने बाद में यह दावा किया कि उनकी सत्ता के दौरान भी पीओके में इस तरह के स्ट्राइक्स हुए थे, लेकिन उसका इतना प्रचार नहीं किया गया. यही नहीं विपक्ष ने सरकार से कहा है कि सबूत दिखाकर वह पाकिस्तान को झूठा साबित करें, वहीं इस रणनीति की सैन्य विशेषज्ञों ने आलोचना करते हुए कहा है कि इससे सेना का मनोबल कमज़ोर पड़ सकता है.
सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीति के साथ जोड़कर विपक्ष, इस्लामाबाद के सुर में सुर मिला रहा है जिसने इन स्ट्राइक्स को सिरे से नकार दिया है. वहीं सेना का दावा है कि इस स्ट्राइक में आतंकियों के सात ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें कई आतंकी ढेर हुए.
वित्तमंत्री ने अमेरिका की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कहा, दुनियाभर में जितनी भी आतंकी वारदातें होती हैं उस पर पाकिस्तान की छाप दिखाई देती है. ब्रांड पाकिस्तान ने आतंक से ही अपनी पहचान बनाई है.' जेटली ने नवंबर में होने वाले सार्क सम्मेलन की तरफ इशारा भी किया, जिसका भारत समेत सार्क के आधे से ज्यादा सदस्यों ने बहिष्कार किया है. जिसके बाद पाकिस्तान 'अलग थलग' पड़ गया है.
इस सैन्य कार्रवाई से पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए एक वैश्विक अभियान छेड़ा था. पीएम मोदी भी पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए व्यापार और जल बंटवारा समझौते की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने अपनी पार्टी के सभी नेताओं से भी साफ कहा है कि पीओके में हुई स्ट्राइक पर अपनी पीठ थपथपाना बंद करें, वहीं रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि यह '100 प्रतिशत परफेक्ट सर्जिकल स्ट्राइक' थी.
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