गन्ना किसानों के लिए सरकार ने बुधवार को बड़ी घोषणा की है. सरकार ने आज बताया कि उसने गन्ने के FRP यानी Fair and Remunerative Price में बढ़ोतरी की है. कैबिनेट में यह फैसला लिया गया है. अब गन्ने पर FRP 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है. पहले यह प्राइस 285 रुपये प्रति क्विंटल था, यानि कि इसमें प्रति क्विंटल 5 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. बता दें कि गन्ने का FRP वो न्यूनतम मूल्य होता है, जिसपर चीनी मिल के मालिक किसानों से गन्ना खरीदते हैं.
सरकार के मुताबिक इस फैसले से 5 करोड़ गन्ना किसानों को फायदा होगा. वहीं, इससे शुगर मिलों और इस काम से जुड़े अन्य लगभग 5 लाख मजदूरों को भी फायदा होगा.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आज इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई घोषणाएं कीं. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021-22 के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) पांच रुपये बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है.
#Cabinet approves highest ever Fair and Remunerative Price of 290 Rs/quintal for Sugarcane Farmers for a basic recovery rate of 10%#KisanKiSarkar #CabinetDecisions pic.twitter.com/pz42fayYtg
— PIB India (@PIB_India) August 25, 2021
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
उन्होंने किसानों के बकाया को लेकर कहा कि अभी उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का 6399 करोड़ रूपया बकाया है जो पहले के मुकाबले करीब एक तिहाई है. 2017 से 2020 के बीच किसानों ने चीनी मिलों को जो गन्ना दिया अब उनका कोई पैसा बकाया नहीं है. उन्होंने बताया कि 2020-2021 में गन्ना किसानों को कुल पेमेंट 90 से 91,000 करोड़ के बीच थी. अगले साल शुगर केन के एफआरपी बढ़ाने के कैबिनेट के फैसले के बाद गन्ना किसानों को करीब एक लाख करोड़ रुपए तक की पेमेंट संभव हो सकेगी
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