राजस्थान में सोमवार को हाईकोर्ट के जज संदीप मेहता फिल्म 'पद्मावत' देखेंगे.
नई दिल्ली:
राजस्थान हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश के लिए सोमवार को विवादित फिल्म पद्मावत की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी. फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली और इसके दो मुख्य कलाकारों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले का निपटारा करने के प्रयास के तहत जोधपुर में यह फिल्म दिखाई जाएगी.
गत वर्ष मार्च में भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को खत्म करने के लिए भंसाली ने जज से फिल्म देखने का आग्रह किया था. इसी सिलसिले में न्यायमूर्ति संदीप मेहता और कुछ अन्य न्यायिक अधिकारियों के लिए सोमवार को फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी.
दीदवाना थाने में वीरेंद्र सिंह और नागपाल सिंह ने मामला दर्ज कराया था. उनका आरोप है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है और राजपूत महारानी पद्मावती की छवि खराब की गई है. संजय लीला भंसाली ने तब इस मामले को खत्म करने के लिए अदालत का रुख किया था. कोर्ट ने हालांकि प्राथमिकी पर रोक लगा दी थी, लेकिन इस मामले की जांच जारी रखने की अनुमति दे दी थी. पिछली सुनवाई के दौरान निर्माता अदालत के लिए इस ऐतिहासिक फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए सहमत हो गए. इस दौरान स्क्रीनिंग स्थल पर सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी.
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भंसाली के वकील निशांत बोरा ने कहा, ‘‘अदालत ने पूछा कि क्या फिल्म को राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी के स्क्रीन पर दिखाया जा सकता है. लेकिन वहां के पर्दे का रिजोल्यूशन कम है, इसलिए हमने इच्छा प्रकट की कि फिल्म को शहर के किसी मल्टीप्लेक्स में दिखाया जाए.'' बोरा ने कहा कि फिल्म सोमवार को शहर के इनॉक्स अंसल रॉयल प्लाजा में दिखाई जाएगी.
इससे पहले सुनवाई के दौरान अदालत ने जोधपुर पुलिस आयुक्त को तलब किया जिन्होंने अदालत को सुरक्षा का आश्वासन दिया, लेकिन इंतजामों के लिए दो सप्ताह का समय मांगा. बोरा ने कहा कि अदालत ने सोमवार को फिल्म की स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया.
VIDEO : फिल्म 'पद्मावत' को लेकर दीपिका के खट्टे-मीठे अनुभव
कोर्ट अब इस मामले में छह फरवरी को अगली सुनवाई करेगी, जहां इस बारे में फैसला किया जाएगा कि क्या भंसाली के खिलाफ मामला निरस्त किया जाना चाहिए. उच्चतम न्यायालय ने 25 जनवरी को देशभर में इस फिल्म के प्रदर्शन का रास्ता साफ कर दिया था.
(इनपुट एजेंसियों से)
गत वर्ष मार्च में भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को खत्म करने के लिए भंसाली ने जज से फिल्म देखने का आग्रह किया था. इसी सिलसिले में न्यायमूर्ति संदीप मेहता और कुछ अन्य न्यायिक अधिकारियों के लिए सोमवार को फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी.
दीदवाना थाने में वीरेंद्र सिंह और नागपाल सिंह ने मामला दर्ज कराया था. उनका आरोप है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है और राजपूत महारानी पद्मावती की छवि खराब की गई है. संजय लीला भंसाली ने तब इस मामले को खत्म करने के लिए अदालत का रुख किया था. कोर्ट ने हालांकि प्राथमिकी पर रोक लगा दी थी, लेकिन इस मामले की जांच जारी रखने की अनुमति दे दी थी. पिछली सुनवाई के दौरान निर्माता अदालत के लिए इस ऐतिहासिक फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए सहमत हो गए. इस दौरान स्क्रीनिंग स्थल पर सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी.
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भंसाली के वकील निशांत बोरा ने कहा, ‘‘अदालत ने पूछा कि क्या फिल्म को राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी के स्क्रीन पर दिखाया जा सकता है. लेकिन वहां के पर्दे का रिजोल्यूशन कम है, इसलिए हमने इच्छा प्रकट की कि फिल्म को शहर के किसी मल्टीप्लेक्स में दिखाया जाए.'' बोरा ने कहा कि फिल्म सोमवार को शहर के इनॉक्स अंसल रॉयल प्लाजा में दिखाई जाएगी.
इससे पहले सुनवाई के दौरान अदालत ने जोधपुर पुलिस आयुक्त को तलब किया जिन्होंने अदालत को सुरक्षा का आश्वासन दिया, लेकिन इंतजामों के लिए दो सप्ताह का समय मांगा. बोरा ने कहा कि अदालत ने सोमवार को फिल्म की स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया.
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कोर्ट अब इस मामले में छह फरवरी को अगली सुनवाई करेगी, जहां इस बारे में फैसला किया जाएगा कि क्या भंसाली के खिलाफ मामला निरस्त किया जाना चाहिए. उच्चतम न्यायालय ने 25 जनवरी को देशभर में इस फिल्म के प्रदर्शन का रास्ता साफ कर दिया था.
(इनपुट एजेंसियों से)