कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुजरात में एक युवती की जासूसी किए जाने के मामले की जांच के लिए आयोग गठित करने के केन्द्रीय मंत्रिमंडल के फैसले का आज स्वागत किया और उम्मीद जताई कि जांच आयोग जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंप देगा।
कांग्रेस नेता की यह राय थी कि यह और पहले होना चाहिए था। उन्होंने साथ ही गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय जांच आयोग को भी खारिज किया।
उन्होंने कहा, मैं केन्द्र सरकार को बधाई देता हूं। यह और पहले होना चाहिए था, क्योंकि इसमें भारतीय टेलीग्राफ कानून और सूचना प्रोद्योगिकी कानून का उल्लंघन हुआ है। इस मामले में जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
गौरतलब है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के कथित इशारे पर गुजरात में एक महिला की जासूसी किए जाने के मामले की पड़ताल के लिए केन्द्र द्वारा आज जांच आयोग नियुक्त करने के फैसले के तुरंत बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा, मैं आश्वस्त हूं कि जांच आयोग जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। यह पूछे जाने पर कि आखिर इस जांच आयोग की जरूरत क्यों पड़ी, जबकि राज्य सरकार ने पहले ही एक जांच आयोग गठित की है कांग्रेस नेता ने कहा कि यह उसी तरह है जैसे कोई अभियुक्त जांच गठित करे।
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