खादी और हैंडलूम के समर्थन में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की अपील का शानदार असर

खादी और हैंडलूम के समर्थन में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की अपील का शानदार असर

स्मृति ईरानी

खास बातें

  • सोशल मीडिया पर शुरू क्या प्रचार अभियान
  • एक हफ्ते बाद मनाया जाएगा पहला हैंडलूम दिवस
  • केंद्रीय मंत्रियों ने दिया स्मृति के अभियान को समर्थन
नई दिल्ली:

देश की नई कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने आज की नई पीढ़ी से नई अपील की है. वे चाहती हैं कि स्कूल और कॉलेज के छात्र ज्यादा से ज्यादा खादी और हैंडलूम कपड़ों का इस्तेमाल करें. इसके लिए सोमवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया.

ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा '#iwearhandloom'
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने हैशटैग '#iwearhandloom' से प्रचार शुरू किया. जल्द ही यह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. स्मृति ईरानी ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि "एक हफ्ते बाद हम पहला हैंडलूम दिवस मनाने वाले हैं. इसका आयोजन वाराणसी में होगा. उससे पहले हैंडलूम को प्रमोट करने की यह कोशिश है."   

स्मृति की अपील का अच्छा असर
ईरानी की अपील का अच्छा असर देखने को मिला. जल्द ही समाज के अलग-अलग तबके इससे जुड़ने लगे. चाहे साड़ी या सलवार सूट वाली महिलाएं हों या फिर जींस और कुर्ता के फैन युवा, इस प्रचार से क्रिकेटर भी जुड़े और मंत्री भी. इतना ही नहीं मंगलवार को यह ट्रेंड संसद में भी दिखा. कई सांसद और मंत्री खादी व हैंडलूम के अन्य वस्त्रों में दिखे. साथी मंत्रियों ने भी स्मृति ईरानी को सपोर्ट किया.

महिला मंत्रियों ने कहा सार्थक कदम
वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमन ने बताया " मैं खुद हैंडलूम पहनती हूं. यह स्मृति की अच्छी पहल है और मैं उनको सपोर्ट करती हूं."  उत्तर प्रदेश से सांसद और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि इससे बनारस के बुनकरों को खासा फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि "वाराणसी में कई बुनकर हैं जिन्हें इस मुहिम से फायदा मिलेगा. उनकी कई समस्याओं से सरकार वाकिफ भी है. उन्हें सरकार खत्म करने की कोशिश भी कर रही है."

फिल्म अभिनेत्री से सांसद बनीं जया बच्चन ने कहा कि वे सालों से हैंडलूम पसंद करती रही हैं. उन्होंने कहा कि "मैं संसद के अंदर ही नहीं बाहर भी हैंडलूम को सपोर्ट करती हूं और अभी से नहीं 1985 से कर रही हूं. खुद भी मैं हैंडलूम पहनना पसंद करती हूं."  

प्रचीनतम 'मेक इन इंडिया' है खादी
सिर्फ महिला सांसद ही नहीं फैशन की तरफ झुकाव रखने वाले युवा सांसद भी पीछे नहीं हैं. ओडिसा के बीजेडी के सांसद अनुभव मोहंती ने कहा कि "आप देख सकते हो मैं खुद खादी पहने हूं. इससे यूथ ज्यादा जुड़ रहा है. आशा करता हूं कि यह लोकप्रिय होगा तो अच्छा है. और मैं तो कहूंगा कि यह तो प्रचीनतम 'मेक इन इंडिया' है."  

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर का कहना है कि खादी और हैंडलूम तो उन्हें विरासत में मिला है.उन्होंने कहा कि  "खादी से गरीब जुड़ा है इसीलिए इसे बढ़ावा देना चाहिए. यह एक अच्छी पहल है." समाजवादी पार्टी के  नीरज शेखर ने कहा कि इससे पहले खुद प्रधानमंत्री भी लोगों से खादी को बढ़ावा देने की अपील कर चुके हैं.

गांधीजी खादी को सिर्फ कपड़ा नहीं मानते थे, विचार मानते थे. उसी देश में अब साठ फीसदी आबादी 35 साल से कम उम्र की है. यहां अब हैंडलूम और खादी को किस हद तक बढ़ावा मिलता है देखने वाली बात है.


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