छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र में जहरीली गैस के रिसाव से दो उप महाप्रबंधकों सहित छह लोगों की मौत हो गई तथा 30 से अधिक बीमार पड़ गए।
इस घटना के बाद केंद्रीय स्टील मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वे आज घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं और अस्पताल जाकर घायलों का हाल भी जानेंगे।
वहीं दुर्ग क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि भिलाई इस्पात संयंत्र के वाटर पंप हाउस नंबर दो में गैस रिसाव होने से उप महाप्रबंधक स्तर के दो अधिकारियों समेत छह लोगों की मौत हो गई तथा 30 से अधिक बीमार हो गए।
उन्होंने बताया कि बीमार पड़ने वालों में सीआईएसएफ के कर्मी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के अधिकारी शामिल हैं। गुप्ता ने कहा कि सभी प्रभावित लोगों को भिलाई के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल ले जाया गया है और गंभीर रूप से बीमार हुए लोगों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
उधर, सेल ने बयान में कहा, हम यह जानकार अत्यंत दुखी हैं कि छह कर्मियों की जान चली गई है। बयान में कहा गया, प्रारंभिक जांच के अनुसार पंप हाउस नंबर दो का मुख्य हैडर शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर अचानक फट गया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए संयंत्र द्वारा उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है।
राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने संयंत्र में हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया है तथा घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था करने के लिए कहा है।
इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर हादसे पर खेद जताया है। रमन सिंह ने लिखा है कि भिलाई हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। राहत और बचाव कार्य पर नजर रखने के लिए केंद्र और स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं।
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