सीताराम येचुरी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
माकपा ने वाम दलों को राष्ट्रविरोधी शक्ति बताने के लिए सोमवार को दक्षिणपंथी संगठनों पर करारा हमला किया। माकपा ने कहा कि गोडसे के पुजारियों के राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र बांटने से अधिक हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता।
पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने अपने ट्वीट में कहा, 'गोडसे के पुजारियों के राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र बांटने से बड़ा तमाशा कुछ नहीं हो सकता।'
येचुरी ने आरोप लगाया कि सरकार पाकिस्तान के प्रति भारत की नीति, खस्ताहाल अर्थव्यवस्था, बढ़ती मुद्रास्फीति की दर, गिरता रुपया और कृषि संकट जैसे मुद्दों से निपटने में विफल रही है जबकि इन चिंताओं को व्यक्त करने के लिए विपक्ष को 'राष्ट्रविरोधी' बताया जा रहा है।'
राज्यसभा सदस्य येचुरी ने कहा, 'भारत-पाक नीति अधर में, सीमा पर स्थिति अंधकारमय, कार्यक्रम और जुमला गंभीर नीति बनाने का विकल्प। विपक्ष राष्ट्रविरोधी।' येचुरी ने कहा, 'अर्थव्यवस्था अधर में, महंगाई दर में वृद्धि, रुपया खस्ताहाल, कृषि संकट में, रोजगार में गिरावट और भीड़ व गोडसे प्रेमियों को खुली छूट। विपक्ष राष्ट्रविरोधी है।'
आरएसएस ने जेएनयू विवाद को लेकर कांग्रेस और वाम दलों पर परोक्ष तौर पर हमला किया था। उन्होंने कहा, 'कुछ राजनेता उनके खिलाफ कार्रवाई की बजाय राष्ट्रविरोधी कृत्यों को माफ कर रहे हैं।' आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने भी इसे गंभीर बताया और दावा किया कि छात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और कुछ शिक्षक उनका समर्थन कर रहे हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने अपने ट्वीट में कहा, 'गोडसे के पुजारियों के राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र बांटने से बड़ा तमाशा कुछ नहीं हो सकता।'
There can be no bigger farce than Godse-worshippers putting out certificates on nationalism.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 15, 2016
येचुरी ने आरोप लगाया कि सरकार पाकिस्तान के प्रति भारत की नीति, खस्ताहाल अर्थव्यवस्था, बढ़ती मुद्रास्फीति की दर, गिरता रुपया और कृषि संकट जैसे मुद्दों से निपटने में विफल रही है जबकि इन चिंताओं को व्यक्त करने के लिए विपक्ष को 'राष्ट्रविरोधी' बताया जा रहा है।'
Indo-Pak policy in see-saw, border situation grim, events and jumlas a substitute for serious policy making. Opposition, 'anti-national' ?
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 15, 2016
राज्यसभा सदस्य येचुरी ने कहा, 'भारत-पाक नीति अधर में, सीमा पर स्थिति अंधकारमय, कार्यक्रम और जुमला गंभीर नीति बनाने का विकल्प। विपक्ष राष्ट्रविरोधी।' येचुरी ने कहा, 'अर्थव्यवस्था अधर में, महंगाई दर में वृद्धि, रुपया खस्ताहाल, कृषि संकट में, रोजगार में गिरावट और भीड़ व गोडसे प्रेमियों को खुली छूट। विपक्ष राष्ट्रविरोधी है।'
आरएसएस ने जेएनयू विवाद को लेकर कांग्रेस और वाम दलों पर परोक्ष तौर पर हमला किया था। उन्होंने कहा, 'कुछ राजनेता उनके खिलाफ कार्रवाई की बजाय राष्ट्रविरोधी कृत्यों को माफ कर रहे हैं।' आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने भी इसे गंभीर बताया और दावा किया कि छात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और कुछ शिक्षक उनका समर्थन कर रहे हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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