सिदी सैयद मस्जिद जाएंगे पीएम मोदी और शिंजो आबे, ढलते सूरज से बनता है यहां अद्भुत नजारा

​इस मस्जिद की खास बात है कि शाम के वक्त जब ढलते सूरज की किरणें मस्जिद की जाली से निकलती हैं, तो वह नजारा अद्भुत होता है.

सिदी सैयद मस्जिद जाएंगे पीएम मोदी और शिंजो आबे, ढलते सूरज से बनता है यहां अद्भुत नजारा

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खास बातें

  • जापान के पीएम शिंजो आबे आज गुजरात पहुंचेंगे
  • पीएम मोदी के साथ साबरमती आश्रम भी जाएंगे
  • सिदी सैयद मस्जिद भी जाएंगे आबे
नई दिल्ली:

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे बुधवार को भारत दौरे पर पहुंच रहे हैं. इस दौरान वह गुजरात के अहमदाबाद जाएंगे. अपने दो दिवसीय दौरे पर आज शिंजो यहां की मशहूर सिदी सैयद मस्जिद जाएंगे. उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां मौजूद होंगे. आबे सालाना भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज यहां पहुंच रहे हैं. यह बैठक प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात की राजधानी गांधीनगर में होगी.

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आबे के लिए शाम अहमदाबाद में एक स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रस्तुतियों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया जाएगा. दोनों प्रधानमंत्री साबरमती आश्रम जाएंगे. इस आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने साबरमती नदी के किनारे की थी. इसके बाद दोनों अहमदाबाद की 16वीं शताब्दी में बनी प्रसिद्ध मस्जिद सिदी सैयद की जाली भी जाएंगे. दोनों नेता महात्मा मंदिर में बनी दांडी कुटीर भी जाएंगे जो महात्मा गांधी को समर्पित संग्रहालय है.

इस मस्जिद की खास बात है कि शाम के वक्त जब ढलते सूरज की किरणें मस्जिद की जाली से निकलती हैं, तो वह नजारा अद्भुत होता है. पीएम मोदी खुद इस मस्जिद के बारे में शिंजो को बताएंगे. इस मस्जिद को 1573 में बनवाया गया था और यह अहमदाबाद में मुगल काल के दौरान बनी आखिरी मस्जिद है. इसे सिदी सैयद ने बनवाया था. मस्जिद के पश्चिमी ओर की खिड़की पर पत्‍थर पर बनी जाली का काम पाया जाता है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. बाहर परिसर में पत्‍थर से ही नक्‍काशी और खुदाई करके एक पेड़ का चित्रांकन किया गया है जो उस काल की शिल्‍प कौशल की विशिष्‍टता को दर्शाता है. यह शहर के व्‍यस्‍ततम इलाके में स्थित है.
इस मस्जिद में करीब 10 जालियां हैं, जिनमें 7 जालियों में पत्थर पर वृक्ष एंव पत्तियों की नक्काशी की गई है और तीन जालियां खुली हुई हैं. 12 स्तंभों पर टिकी मस्जिद के द्वार पर दो मीनार और अंदर 15 गुम्बद बने हुए हैं. मस्जिद के पास ही सिदी सैयद की मजार बनी हुई है.


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