नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश के उज्जैन में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उज्जैन शहर में क्षिप्रा नदी में भयानक बाढ़ से कई इलाके डूब गए हैं। यहां सिर्फ 15 घंटों में 11 इंच बारिश दर्ज की गई है।
उज्जैन में लंबे इंतज़ार के बाद बारिश आई तो लेकिन ऐसी कि कई लोगों के लिए क़हर बन गई। शहर के कई इलाके डूब गए हैं, सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं हैं। लोगों के घरों में घुटने-घुटने तक पानी भर गया है।
उज्जैन की मशहूर क्षिप्रा नदी उफान पर है, जिससे कई मंदिर डूबे हुए हैं। रेलवे लाइन को नुकसान पहुंचने से अब तक 11 से ज़्यादा ट्रेनें उज्जैन नहीं पहुंच पाई हैं। बारिश से मुश्किल में आए 5000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
उज्जैन में शांति नगर, इंदिरा नगर, ऋषि नगर, बहादुरगंज, बेग़म बाग़ कॉलोनी कुछ ऐसे इलाके हैं जो बारिश से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। बारिश के कारण उज्जैन ही नहीं, मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच राजगढ़ जिले में बांढ़ में फंसे 41 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
राजगढ़ के जिलाधिकारी आनंद कुमार शर्मा ने रविवार को बताया, 'तलेन गांव में उगल नदी और बरसाती नाले का पानी भर गया था। इससे आदिवासी छात्रावास में छात्रों सहित 41 लोग फंस गए थे, जिन्हें शनिवार देर रात नौका के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया है।'
राजगढ़ में बारिश के कारण पूरे जिले का बुरा हाल है। आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यावरा के करीब बहने वाली दूधी नदी उफान पर है, जिससे आवागमन बाधित है। राज्य की राजधानी भोपाल सहित अन्य हिस्सों में शनिवार से रुक-रुक कर और जोरदार बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते राजधानी भोपाल में जन-जीवन प्रभावित हुआ है, निचली बस्तियों में पानी भर गया है।
इंदौर में भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है। बारिश के चलते रायसेन-विदिशा मार्ग पर बेतवा नदी उफान पर है और पुल पर पानी होने के कारण आवागमन पूरी तरह रुक गया है।
साथ में एजेंसी इनपुट
उज्जैन में लंबे इंतज़ार के बाद बारिश आई तो लेकिन ऐसी कि कई लोगों के लिए क़हर बन गई। शहर के कई इलाके डूब गए हैं, सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं हैं। लोगों के घरों में घुटने-घुटने तक पानी भर गया है।
उज्जैन की मशहूर क्षिप्रा नदी उफान पर है, जिससे कई मंदिर डूबे हुए हैं। रेलवे लाइन को नुकसान पहुंचने से अब तक 11 से ज़्यादा ट्रेनें उज्जैन नहीं पहुंच पाई हैं। बारिश से मुश्किल में आए 5000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
उज्जैन में शांति नगर, इंदिरा नगर, ऋषि नगर, बहादुरगंज, बेग़म बाग़ कॉलोनी कुछ ऐसे इलाके हैं जो बारिश से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। बारिश के कारण उज्जैन ही नहीं, मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच राजगढ़ जिले में बांढ़ में फंसे 41 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
राजगढ़ के जिलाधिकारी आनंद कुमार शर्मा ने रविवार को बताया, 'तलेन गांव में उगल नदी और बरसाती नाले का पानी भर गया था। इससे आदिवासी छात्रावास में छात्रों सहित 41 लोग फंस गए थे, जिन्हें शनिवार देर रात नौका के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया है।'
राजगढ़ में बारिश के कारण पूरे जिले का बुरा हाल है। आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यावरा के करीब बहने वाली दूधी नदी उफान पर है, जिससे आवागमन बाधित है। राज्य की राजधानी भोपाल सहित अन्य हिस्सों में शनिवार से रुक-रुक कर और जोरदार बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते राजधानी भोपाल में जन-जीवन प्रभावित हुआ है, निचली बस्तियों में पानी भर गया है।
इंदौर में भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है। बारिश के चलते रायसेन-विदिशा मार्ग पर बेतवा नदी उफान पर है और पुल पर पानी होने के कारण आवागमन पूरी तरह रुक गया है।
साथ में एजेंसी इनपुट