दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का शनिवार को 81 साल की उम्र में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहीं थी. वे आजीवन कांग्रेस से जुड़ी रहीं और उन्हें एक तेज तर्रार राजनेता माना जाता था. शीला दीक्षित ने अपनी किताब 'सिटीजन दिल्ली: माय टाइम्स, माय लाइफ' में एक किस्से के बारे में बताया है जब वे पैदल ही देश के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू से मिलने पहुंच गईं थीं.
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वे अपनी किताब में इस बात बात का जिक्र करती हैं कि एक दिन उन्होंने तय किया कि वह प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से मिलने उनके 'तीनमूर्ति' वाले आवास पर जाएंगी. वे 'डूप्ले लेन' के अपने घर से निकलीं और पैदल ही 'तीनमूर्ति भवन' पहुंच गईं. उस वक्त उनकी उम्र महज 15 साल थी.
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जब शीला वहां पहुंची तो गेट पर खड़े दरबान ने उनसे पूछा, आप किससे मिलने अंदर जा रही हैं? शीला ने जवाब दिया 'पंडितजी से'. उसके बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया. हालांकि उसी समय जवाहरलाल नेहरू अपनी सफ़ेद 'एंबेसडर' कार में बैठकर अपने आवास के गेट से बाहर निकल रहे थे. शीला ने उन्हें देखकर हाथ हिलाया. जवाहर लाल नेहरू ने भी उसी अंदाज में हाथ हिला कर उनका जवाब दिया.
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