नई दिल्ली: सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट पर कैबिनेट में चर्चा के बाद मिली मंजूरी से जहां एक करोड़ से ज्यादा प्रभावित लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है वहीं, कुछ एक तबके से विरोध के स्वर भी सामने आने लगे हैं।
इंडियन रेलवे प्रमोटी ऑफिसर्स फेडरेशन के महासचिव रमन शर्मा ने एनडीटीवी से बात करते हुए आरोप लगाया है कि कई अधिकारियों के साथ अन्याय हुआ है।
शर्मा का कहना है कि फेडरेशन ने सातवें वेतन आयोग के समक्ष ग्रुप बी अधिकारियों के साथ हो रहे भेदभाव का मुद्दा उठाया था। इसमें कहा गया था कि ग्रुप ए अधिकारियों और ग्रुप बी अधिकारियों के वेतनमान में भेदभाव है। शर्मा का दावा है कि इस रिपोर्ट में इस मुद्दे को नजरअंदाज कर दिया गया है।
इन अधिकारियों का आरोप है कि पांचवें और छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में भी इनकी अनदेखी कई गई और इनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को नजरअंदाज किया गया। संघ का कहना है कि एक काम के लिए समान वेतन की इनकी मांग को दरकिनार किया जा रहा है।