सज्जन कुमार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने CBI को जारी किया नोटिस, हाईकोर्ट ने सुनाई थी उम्र कैद की सजा

कोर्ट ने सीबीआई (CBI) से सज्जन कुमार की जमानत याचिका पर जवाब भी मांगा है. कोर्ट ने सीबीआई से अगले छह हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है.

खास बातें

  • हाईकोर्ट ने सुनाई थी उम्रकैद की सजा
  • सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से पूछे सवाल
  • छह हफ्तों के अंदर देना होगा जवाब
नई दिल्ली:

1984 सिख विरोधी दंगों में दोषी करार दिए गए कांग्रेस के नेता सज्जन कुमार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सीबीआई को नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने सीबीआई (CBI) से सज्जन कुमार की जमानत याचिका पर जवाब भी मांगा है. कोर्ट ने सीबीआई से अगले छह हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है. बता दें कि सज्जन कुमार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार हो गया है. इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनायी था. 

सज्जन कुमार ने हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. हाई कोर्ट के फैसले के संबंध में 73 वर्षीय कुमार ने 31 दिसंबर को सुनवाई अदालत के सामने आत्मसमर्पण किया था. मामले में अपनी दोषसिद्धि के बाद कुमार ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.

अगर राजीव गांधी सरकार ने मान ली होती चंद्रशेखर की यह बात, तो रुक सकते थे 1984 के दंगे

बता दें कि कुमार को दिल्ली कैंटोनमेंट के राज नगर इलाके में एक-दो नवंबर 1984 को पांच सिखों की हत्या और एक गुरूद्वारा में आग लगाए जाने के मामले में दोषी करार दिया गया है. 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगे हुए थे. 

1984 का सिख दंगाः कौन था वो शख्स, जिसने 'बांध' दिए थे राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के हाथ, बोले- मैं मजबूर हूं

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

सज्जन कुमार के अलावा दोषी ठहराए जाने के बाद पूर्व विधायक कृष्ण खोखर और महेन्द्र यादव ने भी 31 दिसंबर को आत्मसमर्पण कर दिया था. दोनों को 10 साल जेल की सजा सुनाई गई है. ये दोनों उसी मामले में दोषी ठहराये गए हैं, जिसमें पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को ताउम्र कैद की सजा सुनाई गई है. कोर्ट द्वारा खोखर और यादव का आत्मसमर्पण का अनुरोध स्वीकार करने के बाद दोनों ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदिति गर्ग के समक्ष समर्पण किया था.