सचिन वाजे पर शिकंजा : मीठी नदी से मिली नंबर प्लेट वाली कार का CCTV एनआईए के हाथ लगा

Sachin Vaze Case : मीठी नदी से गोताखोरों को कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और कार की नंबर प्लेट मिली है.एनआईए ने नदी से राउटर, कंप्यूटर कार्टेज और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए हैं. डीवीआर को ठाणे में सोसाइटी से हटा दिया गया था, जहां सचिन वाजे रहता था.

सचिन वाजे पर शिकंजा : मीठी नदी से मिली नंबर प्लेट वाली कार का CCTV एनआईए के हाथ लगा

NIA Sachin Vaze custody

Sachin Vaze Case : मीठी नदी से मिले इको कार के नंबर प्लेट वाली कार की चोरी का सीसीटीवी जांच एजेंसी NIA के हाथ लगा है. जांच एजेंसी को शक है कि  ये कार भी सचिन वाजे के कहने पर चुराई गई थी.औरंगाबाद में रहने वाले कार के मालिक विजय नाड़े के मुताबिक 16 नवंबर को उनकी कार घर से नजदीक सड़क पर से चोरी हो गई थी. सचिन वाजे की हिरासत की अवधि 7 अप्रैल को समाप्त हो रही है, ऐसे में उसे दोबारा कोर्ट में पेश किए जाने की संभावना है. देखना होगा कि आगे एनआईए सचिन वाजे की हिरासत मांगती है या उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है.

सूत्रों की माने तो औरंगाबाद से उसे चोरी करने के बाद  मुम्बई लाया गया था और जो कुछ स्कॉर्पियो में किया गया वह मारुति इको में करने की तैयारी थी. सवाल है क्या वाजे ने एंटीलिया के पास विस्फोटक खड़ी करने की प्लानिंग नवंबर 2020 में ही की थी और उसी प्लानिंग को अंजाम देने के लिए इस गाड़ी को चोरी किया गया था ? चर्चा ये भी है कि इको पार्क करवाने के बाद दो फर्जी एनकाउंटर दिखाने की योजना थी। इल्जाम उन दोनों डालकर वाहवाही लूटने की थी लेकिन फिर बाद में प्लान क्यों बदला गया और इको की जगहं स्कोर्पियो का इस्तेमाल क्यों किया गया ?अब इको के नम्बर प्लेट तो मिल गए लेकिन इको कहाँ है ये भी सवाल बना हुआ है.

रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Case) के घर एंटीलिया के बाहर लावारिस कार में विस्फोटक रखने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को बड़ा कदम उठाया. एनआईए टीम इस मामले में आरोपी एएसआई सचिन वाजे (Sachin Vaze) को लेकर बांद्रा में मीठी नदी पर पहुंची. मीठी नदी से गोताखोरों को कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और कार की नंबर प्लेट मिली है. NIA ने पिछले हफ्ते सचिन वाजे की दूसरी बार हिरासत हासिल की थी. उसकी कोशिश है कि जो सबूत वाजे ने मिटा दिए हैं या कहीं फेंक दिए हैं, उन्हें बरामद कर केस को पुख्ता किया जाए. 

एनआईए सचिन वाजे को लेकर बांद्रा पहुंची और पता चला कि वहां मीठी नदी में कुछ सबूत तलाशने की कोशिश हुई. पुलिसकर्मियों के बीच गोताखोरों के जरिये नाले में तलाशी ली गई.इसमें मौके से एक डीवीआर, हार्ड डिस्क (Hard Disk)  और कार का नम्बर प्लेट भी मिला है. एक ही नम्बर की दो नंबर प्लेट मिली हैं. पानी मे जो डाइवर्स उतरे, वो सफाई मजदूर लग रहे थे, क्योंकि नाले में पानी ज्यादा नही था, इसलिए उनकी मदद से सबूत खोजने की कोशिश की जा रही है.एनआईए ने डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर), सीपीयू, एक लैपटॉप भी बरामद किया है

गोताखोरों की मदद से तलाशी के दौरान एनआईए ने नदी से राउटर, कंप्यूटर कार्टेज और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए हैं. डीवीआर को ठाणे में उस हाउसिंग सोसाइटी से हटा दिया गया था, जहां सचिन वाजे रहता था. एनआईए की टीम दोपहर 3 बजे वाजे को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मौके पर ले गई थी. कई और साक्ष्य भी नदी से बरामद किए जा सकते हैं, संदेह है कि सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी ने एनआईए को पूछताछ के दौरान बताया था कि इन सबूतों को मीठी नदी में फेंक दिया गया था. वाजे के करीबी काजी से हाल में एनआईए ने कई बार पूछताछ की थी.

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