राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की दो दिनों की समन्वय बैठक शुक्रवार से नागपुर (Nagpur) में होगी. आरएसएस सूत्रों के अनुसार इस समन्वय बैठक में पांच राज्यों के आने वाले विधानसभा चुनावों पर बीजेपी की जमीनी मजबूती का आकलन होगा तथा आगे की रणनीति पर विचार संभव है. इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर उससे निपटने की तैयारियों पर भी मंथन किया जाएगा.
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आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने जानकारी दी कि "नागपुर में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छोटी सामान्य अनौपचारिक समन्वय बैठक 3-4 सितंबर 2021 को हो रही है. वैसे हर वर्ष सितंबर में एक व्यापक बैठक होती है परंतु कोरोना की परिस्थिति में पिछली बार छोटी बैठक हुई थी और इस वर्ष भी छोटी बैठक ही हो पा रही है. इसमें संघ के कुछ अखिल भारतीय अधिकारी एवं कुछ विविध संगठन जैसे विश्व हिंदू परिषद, विद्यार्थी परिषद, भारतीय मज़दूर संघ, विद्याभारती, आदि के अखिल भारतीय संगठन मंत्री उपस्थित रहेंगे. कोरोना की परिस्थिति सामान्य होने पर संभवतः अगले वर्ष के प्रारंभ में व्यापक बैठक होगी."
नागपुर की समन्वय बैठक में आरएसएस के केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ साथ आरएसएस के सहयोगी 36 संगठन के, संगठन मंत्री शामिल होंगे. इनमें आर एस एस प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत के साथ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी, सहित केंद्रीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे.
उत्तर प्रदेश के चुनाव बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. पिछले महीने ही सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने लखनऊ में एक बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच मतभेद की अटकलों के बीच होसबाले ने योगी के साथ उनके घर जाकर मुलाकात भी की थी.