आरक्षण पर संघ प्रमुख भागवत के बयान ने वोटरों को डरा दिया : पासवान

आरक्षण पर संघ प्रमुख भागवत के बयान ने वोटरों को डरा दिया : पासवान

रामविलास पासवान (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार को लेकर पार्टी के नेताओं के बाद अब एनडीए के सहयोगी दलों की ओर से भी बयान आने शुरू हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नेता रामविलास पासवान ने कहा है कि आरक्षण की समीक्षा पर विचार संबंधी संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान से मतदाताओं में भय पैदा हो गया और उन्‍होंने भाजपा नीत गठबंधन को दरकिनार करते हुए नीतीश कुमार वाले महागठबंधन को सत्‍ता में ला दिया।

हार का यह एकमात्र कारण नहीं
हालांकि पासवान अपने सहयोगी दल भाजपा के वैचारिक मार्गदर्शक की आलोचना को लेकर काफी सजग नजर आए। उन्‍होंने कहा, 'संघ एक स्‍वतंत्र संगठन है.. लेकिन जिस संदर्भ में यह बात कही गई, उससे पिछड़े और अगड़े बंट गए और इससे वोटरों में डर पैदा हो गया। ' हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि यह भाजपा नीत गठबंधन की हार का एकमात्र कारण नहीं है। पासवान ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह अकेला मुद्दा है। पीएम ने इस बारे में स्थिति स्‍पष्‍ट की। दूसरे लोगों ने भी पक्ष रखा, लेकिन यह सच है कि इससे वोटरों में भय पैदा हो गया और विपक्ष ने इस मुद्दे का पूरा लाभ उठाया।'

एलजेपी जीत पाई महज दो सीट
उन्‍होंने कहा, 'हम यह कहने वाले कौन होते है कि यह बयान दिया जाना चाहिए या नहीं...हम पिछड़े वर्ग को इस बारे में आश्‍वस्‍त करने में नाकाम रहे कि हम आरक्षण के पख में हैं।' पिछड़ी वर्ग के मतदाताओं में खासा जनाधार रखने वाली पासवान की एलजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर प्रत्‍याशी उतारे, लेकिन उसके दो उम्‍मीदवार ही जीत हासिल कर पाए। इससे एक वर्ष पहले हुए लोकसभा चुनाव में इस पार्टी ने सात संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ते हुए छह पर सफलता हासिल की थी।

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पराजय सामूहिक जिम्‍मेदारी
हालांकि पासवान यह कहने से नहीं चूके कि बिहार चुनाव की हार किसी एक व्‍यक्‍त‍ि की जिम्‍मेदारी नहीं है। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अच्‍छी खासी मौजूदगी रही। अमित शाह ने संगठन को मजबूती दी। सभी घटक दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा।