निलंबन पर बोले तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर राय, 'कांग्रेस का व्‍यवहार तो मुझसे भी बदतर था'

निलंबन पर बोले तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर राय, 'कांग्रेस का व्‍यवहार तो मुझसे भी बदतर था'

तृणमूल सांसद सुखेंद्र शेखर राय को सोमवार को राज्यसभा से बाहर जाने का आदेश दिया गया।

नई दिल्ली:

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्‍य को दुर्व्यवहार के लिए सोमवार को राज्यसभा से बाहर जाने का आदेश दिया गया। अगस्तावेस्टलैंड मामले में सुखेंदु शेखर राय, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के तुरंत जवाब की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री को इस मसले पर बुधवार को जवाब देना है। इसी दिन सदन में अगस्तावेस्टलैंड के मुद्दे पर चर्चा होनी है। इस मसले पर सफाई देते हुए सुखेंदु शेखर ने कहा, 'मैंने उस तरह से दुर्व्यवहार नहीं किया जैसे कांग्रेस करते हैं।' उन्‍होंने कहा, 'मैं अपनी सीट से चिल्ला रहा था।'
 
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-वाम गठबंधन का मुकाबला कर रही तृणमूल ने राज्यसभा में अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे का मुद्दा उठा कर भारी हंगामा किया और कांग्रेस पर निशाना साधा। इस दौरान पार्टी के सदस्य सुखेंद्र शेखर के खिलाफ आसन ने नियम 255 के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें दिन भर के लिए सदन से बाहर जाने को कहा। आसन के फैसले से असहमति जताते हुए तृणमूल के अन्य सदस्य सदन से वाकआउट कर गए।

अगस्तावेस्टलैंड का मुद्दा उठाया
सुखेंदु शेखर ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे का मुद्दा उठाया और इस पर कामकाज रोक कर चर्चा की मांग की। उधर, गुजरात के केजी बेसिन मुद्दे पर कैग की रिपोर्ट में कथित अनियमितताओं का जिक्र किए जाने को लेकर चर्चा और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग कर रहे कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी की जिसके कारण बैठक बार-बार बाधित हुई। तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 12: 30 बजे जब उच्च सदन की बैठक फिर शुरू हुई तो तृणमूल सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने आसन से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद अगस्ता का मुद्दा उठाना जारी रखा। सभापति हामिद अंसारी ने उन्हें मना करते हुए उनसे प्रश्नकाल चलने देने को कहा, लेकिन राय बोलते ही रहे। इससे अप्रसन्न सभापति ने उनके खिलाफ नियम 255 का प्रयोग करते हुए उन्हें आज दिन भर के लिए सदन से बाहर जाने को कहा। इसके बाद राय सदन से बाहर चले गए।

तृणमूल ने किया सदन से वाकआउट
आसन के फैसले से असहमति जताते हुए तृणमूल के अन्य सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। उल्लेखनीय है कि नियम 255 के तहत आसन किसी सदस्य के अव्यवस्था पैदा करने वाले व्यवहार के कारण उसे दिन भर के लिए सदन से बाहर जाने का निर्देश दे सकता है। इसके पहले शून्यकाल में भी अगस्ता मुद्दा उठाते हुए सुखेन्दु शेखर राय ने सवाल किया कि 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए हुए सौदे में रिश्वत किसने ली।

इस मुद्दे पर सरकार चुप क्‍यों है
उन्होंने कहा, रक्षा मंत्री को बयान देना है। सरकार चुप क्यों है ? (अगस्तावेस्टलैंड सौदे में कथित तौर पर रिश्वत लेने वाले) यह एपी कौन हैं। गांधी कौन हैं?’’ राय ने मांग की कि अन्य कामकाज निलंबित कर इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की जाए और रक्षा मंत्री सदन में जवाब दें। उन्होंने कहा कि सरकार रिश्वत लेने वालों की पहचान उजागर करे। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बुधवार को सदन में अगस्तावेस्टलैंड पर चर्चा होनी है। उन्होंने कहा कि चर्चा में दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि शून्यकाल में कामकाज निलंबित करने का कोई नियम नहीं है। साथ ही उन्होंने सुखेन्दु शेखर राय के नोटिस को खारिज कर दिया।

अरुण जेटली का आरोप
बाद में सदन के नेता अरुण जेटली ने भी कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अगस्तावेस्टलैंड सौदे के मुद्दे पर ध्यान बंटाने के लिए कैग संबंधी मुद्दे को उठा रही है। हालांकि कांग्रेस के जयराम रमेश ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा कि उन्होंने पांच दिन पहले ही कैग मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था। (साथ में भाषा से भी इनपुट)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com