प्रतीकात्मक तस्वीर
लुधियाना:
जगराओं में नकली पुलिस बन लुटेरों ने एक निजी बैंक की कैश डिलीवरी वैन से एक करोड़ 65 लाख रुपये लूट लिए। लुधियाना और मोगा जिले के बॉर्डर पर करीब 5 बदमाशों ने पुलिस का एक फर्जी नाका लगाकर पहले तो पर कब्जा किया और फिर एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसमें रखा कैश लूटकर फरार हो गए।
आरोपियों ने कैश वैन को लूटने के लिए जगराओं के गांव किल्ली चाहल के पास पुलिस का एक फर्जी नाका लगा रखा था और चेकिंग के बहाने एक्सिस बैंक की कैश डिलीवरी वैन को रोका, जो लुधियाना के बस्ती जोधेवाल स्थित एक्सिस बैंक की चेस्ट ब्रांच से कैश लेकर एटीएम मशीनों में कैश लोड करने के लिए अबोहर और फिरोजपुर के लिए निकली थी।
इस कैश डिलीवरी वैन में बैंक का एक ड्राइवर एक टेक्निकल अस्सिटेंट और दो सुरक्षाकर्मी थे, जिन्हें आरोपियों ने चेकिंग के बहाने रोका और उसी इलाके के एक थाने में चलने को कहा। आरोपियों के पास एक स्विफ्ट गाड़ी भी थी। लुटेरों ने वैन के ड्राइवर और गॉर्ड को नीचे उतार कर कैश वैन की चेकिंग करने के लिए चौकी चलने के लिए कहा।
लुटेरों ने कैश वैन के कर्मियों को अपनी स्विफ्ट डिजायर गाड़ी में बैठाया और गुरुसर कोंके नामक गांव की तरफ ले गए। रास्ते में जहां उन्होंने ड्राइवर और गार्ड को गाड़ी से धक्का देकर कर गिरा दिया और वहीं से कुछ दूरी पर जाकर वैन से कैश निकालकर खेतों के पास छोड़ दिया।
इस वारदात के बाद जगराओं पुलिस ने लुटेरों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी। मौके वारदात पर पहुंचे जालंधर रेंज के आईजी लोक नाथ आंगरा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया के अभी इस बात को पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता कि आरोपी पुलिस की वर्दी पहन कर ही इस वारदात को अंजाम दिया।
उन्होंने कहा कि अभी हम इस वारदात की जांच कर रहें और हम इस बात को पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते के लुटेरों ने जो वर्दी पहन रखी थी वो पुलिस की ही थी। बैंक की कैश वैन के ड्राइवर, गार्ड और अन्य कर्मियों के बयान दर्ज कर पुलिस वारदात की तहकीकात में जुट गई है।
आरोपियों ने कैश वैन को लूटने के लिए जगराओं के गांव किल्ली चाहल के पास पुलिस का एक फर्जी नाका लगा रखा था और चेकिंग के बहाने एक्सिस बैंक की कैश डिलीवरी वैन को रोका, जो लुधियाना के बस्ती जोधेवाल स्थित एक्सिस बैंक की चेस्ट ब्रांच से कैश लेकर एटीएम मशीनों में कैश लोड करने के लिए अबोहर और फिरोजपुर के लिए निकली थी।
इस कैश डिलीवरी वैन में बैंक का एक ड्राइवर एक टेक्निकल अस्सिटेंट और दो सुरक्षाकर्मी थे, जिन्हें आरोपियों ने चेकिंग के बहाने रोका और उसी इलाके के एक थाने में चलने को कहा। आरोपियों के पास एक स्विफ्ट गाड़ी भी थी। लुटेरों ने वैन के ड्राइवर और गॉर्ड को नीचे उतार कर कैश वैन की चेकिंग करने के लिए चौकी चलने के लिए कहा।
लुटेरों ने कैश वैन के कर्मियों को अपनी स्विफ्ट डिजायर गाड़ी में बैठाया और गुरुसर कोंके नामक गांव की तरफ ले गए। रास्ते में जहां उन्होंने ड्राइवर और गार्ड को गाड़ी से धक्का देकर कर गिरा दिया और वहीं से कुछ दूरी पर जाकर वैन से कैश निकालकर खेतों के पास छोड़ दिया।
इस वारदात के बाद जगराओं पुलिस ने लुटेरों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी। मौके वारदात पर पहुंचे जालंधर रेंज के आईजी लोक नाथ आंगरा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया के अभी इस बात को पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता कि आरोपी पुलिस की वर्दी पहन कर ही इस वारदात को अंजाम दिया।
उन्होंने कहा कि अभी हम इस वारदात की जांच कर रहें और हम इस बात को पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते के लुटेरों ने जो वर्दी पहन रखी थी वो पुलिस की ही थी। बैंक की कैश वैन के ड्राइवर, गार्ड और अन्य कर्मियों के बयान दर्ज कर पुलिस वारदात की तहकीकात में जुट गई है।
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