तीन कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की आज ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) हो रही है. दिए गए समय से पहले ही किसानों ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेड्स तोड़ दिए थे. किसान दिल्ली के आईटीओ और फिर लालकिला तक पहुंच गए. लालकिले के भीतर जाकर भी हंगामा हुआ. अब हालात काबू में बताया जा रहा है. इधर राजनीतिक दलों की तरफ से इस मुद्दे पर बयान आने लगे हैं.
किसान आंदोलन को लेकर गृहमंत्री के घर उच्चस्तरीय बैठक, गृहसचिव, दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी मौजूद
राजद नेता मनोज झा ने एक बयान जारी कर कहा है कि आज जो भी हुआ वो गलत है लेकिन एक इस घटना के आधार पर आप 60 दिनों से चले आ रहे आंदोलन को गलत नहीं बता सकते हैं. साथ ही उन्होंने आज की घटना की भी जांच की मांग की है. इधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कहा है कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है. चोट किसी को भी लगे, नुकसान हमारे देश का ही होगा. देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!.
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी किसान अपने नेताओं की बात भी नहीं सुन रहे हैं और बेकाबू हो गए हैं. हालांकि, किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का दावा है कि प्रदर्शन पर किसान नेताओं का नियंत्रण है. उन्होंने कहा कि गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करने वाली की पहचान है. राजनीतिक दलों के लोग हैं, जो आंदोलन को खराब करने की कोशिश में जुटे हैं. उधर, दिल्ली पुलिस ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
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