
कांग्रेस ने संप्रग की एक अन्य घटक राकांपा के साथ मतभेदों का मामूली करार देते हुए कहा है कि ऐसी परिस्थितियां गठबंधन में उत्पन्न होती रहती हैं और इन्हें वार्ता के द्वारा सुलझाया जा सकता है।
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नई दिल्ली:
कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की एक अन्य घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ मतभेदों का मामूली करार देते हुए कहा है कि ऐसी परिस्थितियां गठबंधन में उत्पन्न होती रहती हैं और इन्हें वार्ता के द्वारा सुलझाया जा सकता है।
कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा, "गठबंधन की राजनीति में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती रहती हैं और इन्हें वार्ता के द्वारा सुलझाया जा सकता है। अच्छे के लिए आशा करते हैं।"
इससे पहले राकांपा ने सोमवार को कहा कि हालांकि वह संप्रग का अभिन्न सदस्य बनी रहेगी और जब तक कांग्रेस के साथ उसके गठबंधन के विषय में अंतिम निर्णय नहीं ले लिया जाता तब तक वह सरकारी आयोजनों में शामिल नहीं होगी।
पिछले हफ्ते राकांपा ने कहा था कि वह कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर गठबंधन से 'नाखुश' है। राकांपा का कहना था कि केंद्र एवं राज्य स्तर पर महत्वपूर्ण निर्णयों को लेते समय उससे सलाह नहीं ली जाती है।
कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा, "गठबंधन की राजनीति में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती रहती हैं और इन्हें वार्ता के द्वारा सुलझाया जा सकता है। अच्छे के लिए आशा करते हैं।"
इससे पहले राकांपा ने सोमवार को कहा कि हालांकि वह संप्रग का अभिन्न सदस्य बनी रहेगी और जब तक कांग्रेस के साथ उसके गठबंधन के विषय में अंतिम निर्णय नहीं ले लिया जाता तब तक वह सरकारी आयोजनों में शामिल नहीं होगी।
पिछले हफ्ते राकांपा ने कहा था कि वह कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर गठबंधन से 'नाखुश' है। राकांपा का कहना था कि केंद्र एवं राज्य स्तर पर महत्वपूर्ण निर्णयों को लेते समय उससे सलाह नहीं ली जाती है।