महाराष्ट्र में 50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना की ओर से जारी बयानबाजी पर बीजेपी ने अभी तक चुप्पी साध रखी थी. लेकिन राज्य में चुनावी नतीजे आने के बाद सरकार बनने में हो रही देर के बाद से अब बीजेपी भी बेचैन होते दिख रही है. शिवसेना इस बात पर अड़ी हुई है कि बीजेपी उसे सरकार चलाने के ढाई-ढाई साल वाले फॉर्मूले पर लिखित में आश्वासन दे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर पर हुई विधायकों की बैठक के बाद इस बात का संदेश दिया गया है कि इस 50-50 वाले फॉर्मूले के बिना सरकार बनना मुश्किल है. पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि 50-50 वाले फॉर्मूले पर पहले ही बात हो चुकी है. बीजेपी राम नाम जपती है तो उसको सच बोलना चाहिए और बताना चाहिए. इससे पहले शिवसेना बीजेपी पर दबाव बनाने की कड़ी में मोदी सरकार की नीतियों पर भी सामना में संपादकीय के जरिए निशाना साध चुकी है. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि सोमवार से अंदर ही अंदर बहुत ही तेजी से घटनाक्रम बदले हैं और बीजेपी ने भी शिवसेना को जवाब देना शुरू कर दिया है.
10 बड़ी बातें
- शिवसेना की बयानबाजी से बीजेपी आलाकमान नाराज हो गया है और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को मुंबई जाने का कार्यक्रम कैंसिल कर दिया है.
- माना जा रहा था कि बीजेपी अध्यक्ष मुंबई में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात करने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करते और इसके बाद मामला सुलझा लिया जाता.
- वहीं अब सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी अब मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार तो बीजेपी की ही अगुवाई में बनेगी और 50-50 का वादा कभी नहीं किया गया है.
- सीएम फडणवीस ने कहा राज्य में पांच साल मुख्यमंत्री मैं ही रहूंगा, इसमें कोई भ्रम नहीं है.
- महाराष्ट्र में भी बीजेपी के नेताओं का कहना है कि जब तक ऐसी बयानबाजी जारी है शिवसेना से कोई बातचीत नहीं की जानी चाहिए.
- इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यहां कोई दुष्यंत नहीं हैं, जिनके पिता जेल में हों. यहां हम हैं, जो 'धर्म और सत्य' की राजनीति करते हैं.
- संजय राउत ने यह भी कहा, 'शरद जी जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.'
- इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, , 'उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं
- संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं.'
- इस पूरे घटनाक्रम में शरद पवार की पार्टी एनसीपी एक बार फिर चर्चा कें केंद्र में आ गई है. साल 2014 में बीजेपी ने एनसीपी के समर्थन से ही सरकार बनाई थी.