
गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के इंतज़ाम और कड़े कर दिए गए हैं (फाइल फोटो)
- गणतंत्र दिवस से पहले खुफिया एजेंसी ने जारी की चेतावनी
- संकेत दिए कि पाक आतंकी, अफगानी आईडी के साथ देश में घुस सकते हैं
- पीएम को सुरक्षा देने वाले विशेष सुरक्षा दल ने व्यवस्था कड़ी की
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नई दिल्ली:
गुरुवार को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह से पहले भारतीय खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाक स्थित आतंकी समूह, अफगानी पहचान पत्र के जरिए भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और देश के अहम नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवाने वाले विशेष सुरक्षा दल ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह अपनी खोजबीन का घेरा बढ़ाकर राजपथ के 2.5 किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी इमारतों की बारीकी से जांच करें.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से पहले आंतकी हमले की चेतावनी दी जाती रही है जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी जाती है. लेकिन इस बार मिली जानकारी के बाद विशेष सुरक्षा दल (SPG) को भी अपनी सुरक्षा के बंदोबस्त को और तगड़ा करने के लिए कह दिया गया है. बताया जा रहा है कि एसपीजी के निदेशक एके सिन्हा ने आईबी प्रमुख से चर्चा की है कि गणतंत्र दिवस के दिन होने वाली परेड के रास्ते पर 'स्पोटर्स' (गुप्तचर) को तैनात किया जाए.
बता दें कि केंद्रीय दिल्ली के कई सरकारी दफ्तर और इमारतें सुरक्षा की दृष्टि से परेड के एक दिन पहले बंद ही रहती हैं. खुफिया एजेंसी से मिली सूचना के बाद दिल्ली को ज़मीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा कवर दिया गया है. हजारों की तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और पुलिस हवाई हमले से बचने के लिए एंटी ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. दरअसल सूचना मिली है कि लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी समूह हैलिकॉप्टर जैसी सेवाओं के ज़रिए हमले करने की साज़िश रच सकते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया गया है कि आतंकवादी फिदायीन या सुसाइड हमले के लिए सुरक्षाकर्मी के पहनावे का भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं और इसलिए परेड में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले सभी कर्मियों की पूरी तरह तलाशी ली जाए. इस समारोह के लिए दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के करीब 50 हज़ार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से पहले आंतकी हमले की चेतावनी दी जाती रही है जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी जाती है. लेकिन इस बार मिली जानकारी के बाद विशेष सुरक्षा दल (SPG) को भी अपनी सुरक्षा के बंदोबस्त को और तगड़ा करने के लिए कह दिया गया है. बताया जा रहा है कि एसपीजी के निदेशक एके सिन्हा ने आईबी प्रमुख से चर्चा की है कि गणतंत्र दिवस के दिन होने वाली परेड के रास्ते पर 'स्पोटर्स' (गुप्तचर) को तैनात किया जाए.
बता दें कि केंद्रीय दिल्ली के कई सरकारी दफ्तर और इमारतें सुरक्षा की दृष्टि से परेड के एक दिन पहले बंद ही रहती हैं. खुफिया एजेंसी से मिली सूचना के बाद दिल्ली को ज़मीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा कवर दिया गया है. हजारों की तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और पुलिस हवाई हमले से बचने के लिए एंटी ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. दरअसल सूचना मिली है कि लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी समूह हैलिकॉप्टर जैसी सेवाओं के ज़रिए हमले करने की साज़िश रच सकते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया गया है कि आतंकवादी फिदायीन या सुसाइड हमले के लिए सुरक्षाकर्मी के पहनावे का भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं और इसलिए परेड में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले सभी कर्मियों की पूरी तरह तलाशी ली जाए. इस समारोह के लिए दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के करीब 50 हज़ार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
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