फार्मा कंपनी रैनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह (Malvinder Singh) और शिविंदर सिंह (Shivinder Singh) को पुलिस ने धोखाधड़ी और ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है. मलविंदर और शिविंदर की गिरफ्तारी आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) द्वारा हुई है. शिविंदर को गुरुवार शाम को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, वहीं, मलविंदर सिंह को आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने गुरुवार देर रात पंजाब से पकड़ा. दोनों भाइयों पर धोखाधड़ी (Fraud) और ठगी का आरोप है. शिविंदर के साथ तीन और लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इन चारों की गिरफ्तारी तब हुई थी जब इन सभी को मंदिर मार्ग में ईओडब्ल्यू कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की डीसीपी वर्षा शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शिविंदर सिंह, सुनील गोडवानी, कवि अरोड़ा और अनिल सक्सेना को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को आईपीसी की धारा 409 और 420 के तहत गिरफ्तार किया गया है. रेलीगेयर फिनवेस्ट की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है.
Economic Offences Wing of the Delhi Police has arrested Ranbaxy's former promoter Shivinder Singh and three others arrested on a complaint given by Religare Enterprises Limited. Religare has accused them of diverting funds and misappropriation. pic.twitter.com/3rZLLOeHwk
— ANI (@ANI) October 10, 2019
शिविंदर सिंह पर 740 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का आरोप है. बता दें कि पुलिस कथित तौर पर शिविंदर सिंह के बड़े भाई मालविंदर सिंह (Malvinder Singh) की भी तलाश कर रही है, जिनका नाम भी इस मामले में है.
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बता दें कि बीते अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन रोधी कानून से जुड़े एक मामले में रैनबैक्सी समूह के पूर्व प्रवर्तकों मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह के परिसरों पर छापेमारी की थी. अधिकारियों ने कहा कि धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज होने के बाद यह छापे मारे गए थे. एजेंसी की इस कार्रवाई को सिंह बंधुओं के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों और उसके बाद उनके कारोबार के पतन से जोड़कर देखा जा रहा है.
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