केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी नेता राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का पार्थिव शरीर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AAIMS) से उनके सरकारी आवास 12 जनपथ ले जाया गया है. गुरुवार (08 अक्टूबर) की शाम उनका निधन हो गया था. वो 74 साल के थे. पासवान कई दिनों से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे. उनके सांसद पुत्र और लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन इस मौके पर एम्स में सुबह में मौजूद थे.
रामविलास पासवान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे. वो लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक थे. पिछले शनिवार को उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी. वो काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उस समय (शनिवार को) चिराग पासवान ने ट्वीट कर बताया था कि अचानक उत्पन हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा. ज़रूरत पड़ने पर सम्भवतः कुछ हफ़्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े.
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गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि पासवान का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को पटना में किया जाएगा. इस बीच पासवान के सम्मान में आज राजकीय शोक की घोषणा की गई है. राष्ट्रपति भवन से लेकर संसद भवन तक राष्ट्र ध्वज झुका दिया गया है. सभी राज्यों की राजधानी और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यालयों में भी राष्ट्र ध्वज झुका रहेगा.
रामविलास पासवान 1989 के बाद बनी केंद्र सरकारों में लगभग सभी प्रधानमंत्रियों ( पीवी नरसिम्हा राव और चंद्रशेखर को छोड़कर) की मंत्रिपरिषद में शामिल रहे हैं. उन्हें कुल छह प्रधानमंत्रियों (वीपी सिंह, एचडी देवगौड़ा, आई के गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी) के साथ काम करने का गौरव हासिल है.
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