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This Article is From Aug 14, 2020

राजस्थान सरकार के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- गहलोत ने छठी का दूध याद दिला दिया

सचिन पायलट की वापसी के बाद राजस्थान में कांग्रेस का आत्मविश्वास चरम पर है. सरकार की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश कर दिया गया है. जिस पर चर्चा जारी है. बीजेपी और कांग्रेस की ओर से चार-चार विधायकों को बोलेंगे.  संसदीय कार्यमंत्री और सीएम गहलोत के सबसे करीबियों में से एक शांति धारीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला

राजस्थान सरकार के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- गहलोत ने छठी का दूध याद दिला दिया
विश्वास मत में चर्चा के दौरान गहलोत के मंत्री ने BJP पर निशाना साधा है. (फाइल फोटो)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
विश्वास मत पर चर्चा
संसदीय कार्यमंत्री हैं शांति धारीवाल
BJP पर जमकर हमला बोला
जयपुर:

सचिन पायलट की वापसी के बाद राजस्थान में कांग्रेस का आत्मविश्वास चरम पर है. सरकार की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश कर दिया गया है. जिस पर चर्चा जारी है. बीजेपी और कांग्रेस की ओर से चार-चार विधायकों को बोलेंगे.  संसदीय कार्यमंत्री और सीएम गहलोत के सबसे करीबियों में से एक शांति धारीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, हमने यहां मध्य प्रदेश या गोवा की तरह नहीं होने दिया. जिस तरह से महाराणा प्रताप ने हराया था उसी तरह से अशोक गहलोत ने भी हराया  गहलोत ने छठी का दूध याद दिला दिया है.'इसके साथ ही शांति धारीवाल ने कहा गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी पर हमला बोला. इससे पहले सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद कांग्रेस की ओर से विश्वास मत पेश कर दिया गया. 

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उधर सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सचिन पायलट (Sachin Pilot) फिर एक बार चर्चा में आ गए. दरअसल जिस तरह से बैठने की व्यवस्था की गई थी उससे सचिन पायलट विपक्ष के नेताओं के ज्यादा करीब पहुंच गए. इस पर पायलट की ओर से सफाई दी गई कि सीमा पर सबसे मजबूत सैनिक तैनात किया गया है. दूसरी ओर विश्वास मत पर चर्चा के दौरान . बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'तू इधर-उधर की बात न कर, ये बता कि काफिला कहां लुटा. 35 दिन पूरी सरकार बाड़े में बंद थी. कांग्रेस में नेताओं में एक दूसरे के प्रति संदेह है. कल कुछ टूटे दिल मिले. ये तूफान से पहले की शांति राजस्थान को कहां ले जाएगी.'

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गौरतलब है कि सचिन पायलट सहित 19 विधायकों के आ जाने से सदन में कांग्रेस की स्थित मजबूत हो गई है और अब अशोक गहलोत के पास बहुमत के लिए संख्या की कमी नहीं दिखाई दे रही है. सदन में बहुमत के लिए 100 विधायक चाहिए. 


 

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