प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
रेलवे के कुछ मार्गों पर 2017 में 160-200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली भूरे, गाढ़े नीले और पीले रंगों में रंगी ट्रेनें दिख सकती हैं।
भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गयी इन रंगों की योजना ‘वाइटैलिटी’ (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हमने एनआईडी द्वारा सौंपी गयी कुल छह रंग योजनाओं में से ‘वाइटैलिटी’ का चयन किया। रफ्तार के कारक को ध्यान में रखते हुए धूसर, गाढ़े नीले के साथ पीले रंग के किनारे का चयन किया है।’’ रेलवे ने बड़े शहरों के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू कर सफर का समय कम करने की योजना बनायी है।
नये डिब्बों का निर्माण कपूरथला कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) में किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा, ‘नई रंग योजना वाला एक प्रतिकृति डिब्बा इस साल मार्च तक तैयार कर लिया जाएगा और बाद में अगले वित्त वर्ष में करीब 20 आधुनिक डिब्बों का निर्माण किया जाएगा।’ योजना के अनुसार रेलवे दिल्ली-आगरा, दिल्ली-कानपुर, चेन्नई-हैदराबाद, नागपुर-सिकंदराबाद और मुंबई-गोवा सहित कुछ चुनिंदा मार्गों’ पर पटरियों को मजबूत करने और बाड़ा लगाने के बाद 200 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार वाली ट्रेनें शुरू करेगा।
शुरुआत में इन ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी जो बाद में बढ़ाकर 200 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी जाएगी।
भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गयी इन रंगों की योजना ‘वाइटैलिटी’ (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हमने एनआईडी द्वारा सौंपी गयी कुल छह रंग योजनाओं में से ‘वाइटैलिटी’ का चयन किया। रफ्तार के कारक को ध्यान में रखते हुए धूसर, गाढ़े नीले के साथ पीले रंग के किनारे का चयन किया है।’’ रेलवे ने बड़े शहरों के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू कर सफर का समय कम करने की योजना बनायी है।
नये डिब्बों का निर्माण कपूरथला कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) में किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा, ‘नई रंग योजना वाला एक प्रतिकृति डिब्बा इस साल मार्च तक तैयार कर लिया जाएगा और बाद में अगले वित्त वर्ष में करीब 20 आधुनिक डिब्बों का निर्माण किया जाएगा।’ योजना के अनुसार रेलवे दिल्ली-आगरा, दिल्ली-कानपुर, चेन्नई-हैदराबाद, नागपुर-सिकंदराबाद और मुंबई-गोवा सहित कुछ चुनिंदा मार्गों’ पर पटरियों को मजबूत करने और बाड़ा लगाने के बाद 200 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार वाली ट्रेनें शुरू करेगा।
शुरुआत में इन ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी जो बाद में बढ़ाकर 200 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी जाएगी।
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