रेल मंत्रालय ने रेल किरायों में भारी इजाफे की आज घोषणा की, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के जरूरी 'कड़वी दवाई' बताया है।
हालांकि सरकार के इस कदम को विपक्षी पार्टियां कड़ा विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने बीजेपी के चुनावी नारे 'अच्छे दिन आने वाले हैं' पर कटाक्ष किया।
रेल यात्री भाड़े और माल भाड़े में वृद्धि पर पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अच्छे दिन आने की बात कर जनता को बेवकूफ बनाया। मोदी सरकार ने रेल यात्री एवं माल भाड़े में वृद्धि कर आम जनता के सीने पर 'तोप का पहला गोला दागा' है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने रेल यात्री और माल भाडे में वृद्धि करके देश में बढ़ी हुई महंगाई से त्रस्त जनता के जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'अबकी बार दोहरी बात करने वाली सरकार'। इसके साथ ही उन्होंने एक चिट्ठी भी जारी की, जिसे नरेंद्र मोदी यूपीए सरकार के दौरान रेल किराये में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ लिखा था। उन्होंने कहा, 'मोदी ने 2012 में रेल किराये में वृद्धि पर पीएम को चिट्ठी लिखी थी! अच्छे दिन आ गए!'
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