वेंकैया नायडू ने बताया, क्यों जरूरी है राहुल गांधी के जूतों का साइज़ जानना

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस द्वारा इस महीने की शुरुआत में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के घर जाकर उनके बाल एवं आंखों का रंग, जूते का साइज़ और उनसे मिलने जुलने वाले लोगों की सूचना जैसी निजी जानकारी मांगे जाने का मुद्दा आज संसद में उठाया। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार इस प्रकार के हथकंडे अपनाकर विरोधी पार्टियों को डराने की कोशिश कर रही है।  

हालांकि वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने इस पर सरकार का बचाव किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नायडू ने कहा, 'इसमें गलत क्या है? जब राजीव गांधी की हत्या हुई थी, उनके शव की पहचान उनके जूतों से ही हुई थी।' नायडू ने राहुल के पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र कर रहे थे, जिनकी 1991 में हत्या कर दी थी।

इसके साथ उन्होंने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाया कि वे दिल्ली पुलिसकर्मियों के कांग्रेस उपाध्यक्ष आवास पर जाने जैसे गैर मुद्दे को एक मुद्दा बना रहे हैं।

नायडू ने संवाददाताओं से कहा, 'कांग्रेस और उनके मित्र एक गैर मुद्दे को मुद्दा बना रहे हैं। वे इसे एक राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहते हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल गांधी के मकान की सुरक्षा संबंधी जांच की गई। कांग्रेस और उसके सहयोगियों के लिए किसी गैर मुद्दे को मुद्दा बना देना उचित नहीं है।'


वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी जासूसी के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अगर जासूसी करनी होती तो चुपके से करते, जाकर खुद उस व्यक्ति से, उससे ये सब बातें नहीं पूछते।
संसदीय कार्यमंत्री एम वेंकैया नायडू ने इस आरोप को गलत बताया कि किसी व्यक्ति, पार्टी को निशाना बनाकर कोई जासूसी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित पूर्व प्रधानमंत्रियों, भाजपा अध्यक्ष, कांग्रेस अध्यक्ष आदि सहित 526 वीवीआईपी हस्तियों के ऐसे प्रोफाइल बनाए गए हैं।

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उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी ऐसा प्रोफाइल बनाते समय उनसे पूछा गया था कि क्या वह चप्पल पहनते हैं? और उन्होंने कहा था कि हां, मैं चप्पल पहनता हूं। उनसे यह भी पूछा गया था कि क्या वह धोती कुर्ता पहनते हैं और उनका रंग क्या है? नायडू ने कहा कि सोनिया गांधी को भी ऐसा ही परफोर्मा दिया गया था जिसे उन्हें या उनके सचिव ने भरा होगा।