कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के बारे में अपने एक बयान को लेकर विवादों में फंस गए हैं। भाजपा ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में राज्य चुनाव आयोग से राहुल गांधी की शिकायत की है।
मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने राज्य चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी मुजफ्फरनगर दंगे पर बयान देकर दो समुदायों में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। राजस्थान बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने बिना किसी तथ्य के ये आरोप लगाए हैं और उन पर मुकदमा होना चाहिए।
वहीं, समाजवादी पार्टी ने राहुल के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आजम खान ने कहा है कि राहुल जब सरकार में नहीं हैं, तो फिर आईबी के अफसर उन्हें जानकारी क्यों दे रहे हैं। बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी इस बात पर सवाल खड़े किए हैं कि इंटेलिजेंस के अफसर ने राहुल गांधी को उनकी किस हैसियत से दंगों के बारे में जानकारी दी। सिन्हा ने इंटेलिजेंस अफसर के खिलाफ जांच की मांग की है।
जेडीयू का कहना है कि इस तरह का बयान देश के हित में नहीं है और ऐसे बयानों से बचा जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस ने राहुल के बयान पर बचाव करते हुए कहा है कि यह बात मुजफ्फरनगर के कुछ युवकों ने भी राहुल को बताई थी कि आईएसआई के लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं। भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के उठाए सवालों को आईबी के पूर्व डायरेक्टर अरुण भगत ने भी सही बताया है। भगत ने कहा है कि एक नेता जो सरकार में नहीं है, वह ऐसा बयान कैसे दे सकता है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी पर चुनावी फायदे के लिए मुजफ्फरनगर में पिछले महीने सांप्रदायिक दंगे भड़काने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को इंदौर में एक चुनावी रैली में कहा था कि उत्तर प्रदेश के इस शहर के दंगा प्रभावित मुस्लिम युवाओं को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी बरगलाने की कोशिश कर रही है।
इंदौर के दशहरा मैदान में कांग्रेस की 'सत्ता परिवर्तन' रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, परसों मेरे दफ्तर में एक भारतीय गुप्तचर अधिकारी आया। उसने मुझे बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लोगों ने मुजफ्फरनगर के उन 10-15 मुसलमान लड़कों से बात करके उन्हें बरगलाना शुरू कर दिया है, जिनके भाई-बहन दंगों में मारे गए हैं।
भाजपा ने राहुल के बयान पर कहा है कि राहुल गांधी का यह कहना कि सांप्रदायिक दंगों के शिकार परिवारों के युवाओं को पाकिस्तानी एजेंसियां आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए चारा डाल रही हैं, एक तरह से मुसलमानों की देशभक्ति पर संदेह करने जैसा है। उसने कहा कि अपने ऐसे बयान के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष को माफी मांगनी चाहिए।
(कुछ अंश भाषा से भी)
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