
नई दिल्ली:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह केवल हवा में बातें करते हैं और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मौन धारण किए हुए हैं जिससे आहिस्ते-आहिस्ते उनकी विश्वसनीयता घट रही है।
राहुल ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री ने चुनाव के समय पूरे हिन्दुस्तान को यह भरोसा दिया था कि 'न मैं खाऊंगा, और न खाने दूंगा'... पीएम के शब्द का वजन होता है, लेकिन जो इनके दिल में आता है, कह देते हैं। इनकी विश्वसनीयता घट रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के शब्दों का वजन होता है, जब प्रधानमंत्री कुछ कहते हैं, तब जनता को लगता है कि कुछ कहा, लेकिन दुख की बात है कि पीएम हवा में बात करते हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से पूछा कि मोदी (ललित मोदी) के बारे में आप क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। हमने पूछा कि व्यापमं के बारे में क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। सुषमाजी के बारे में क्या सोचते हैं कोई जवाब नहीं आया। वे इस बारे में नहीं बोलते।
उन्होंने कहा, हमारा उनको सुझाव है कि आप देश के प्रधानमंत्री है, बीजेपी के नहीं। देश की आवाज सुनिये। एक्शन तो छोड़िए, सिर्फ यह बताइए कि आप सोचते क्या हैं। राहुल ने कहा कि सुषमा स्वराज ने जो किया है कि वो अपराध है और अपराध के लिए लोग जेल जाते हैं। उन्होंने कहा, हम साफ कर चुके हैं कि पहले आरोपी मंत्रियों के इस्तीफ़े हों फिर संसद चलेगी।
मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी पार्टियों का हंगामा जारी है। कांग्रेस के सांसद आज भी काली पट्टी पहन कर सदन में आए। कुछ सांसदों ने हाथ पर काली पट्टी बांध रखी थी, तो कुछ ने सिर पर। कल ही स्पीकर ने काली पट्टी पहन कर आने पर ऐतराज़ जताते हुए कहा था कि सांसदों को सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए और इस तरह काली पट्टी पहनकर आना या प्लेकार्ड दिखाना उचित नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष का विरोध कैमरे पर दिखाया नहीं जा रहा है। (इनपुट भाषा से भी)
राहुल ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री ने चुनाव के समय पूरे हिन्दुस्तान को यह भरोसा दिया था कि 'न मैं खाऊंगा, और न खाने दूंगा'... पीएम के शब्द का वजन होता है, लेकिन जो इनके दिल में आता है, कह देते हैं। इनकी विश्वसनीयता घट रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के शब्दों का वजन होता है, जब प्रधानमंत्री कुछ कहते हैं, तब जनता को लगता है कि कुछ कहा, लेकिन दुख की बात है कि पीएम हवा में बात करते हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से पूछा कि मोदी (ललित मोदी) के बारे में आप क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। हमने पूछा कि व्यापमं के बारे में क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। सुषमाजी के बारे में क्या सोचते हैं कोई जवाब नहीं आया। वे इस बारे में नहीं बोलते।
उन्होंने कहा, हमारा उनको सुझाव है कि आप देश के प्रधानमंत्री है, बीजेपी के नहीं। देश की आवाज सुनिये। एक्शन तो छोड़िए, सिर्फ यह बताइए कि आप सोचते क्या हैं। राहुल ने कहा कि सुषमा स्वराज ने जो किया है कि वो अपराध है और अपराध के लिए लोग जेल जाते हैं। उन्होंने कहा, हम साफ कर चुके हैं कि पहले आरोपी मंत्रियों के इस्तीफ़े हों फिर संसद चलेगी।
मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी पार्टियों का हंगामा जारी है। कांग्रेस के सांसद आज भी काली पट्टी पहन कर सदन में आए। कुछ सांसदों ने हाथ पर काली पट्टी बांध रखी थी, तो कुछ ने सिर पर। कल ही स्पीकर ने काली पट्टी पहन कर आने पर ऐतराज़ जताते हुए कहा था कि सांसदों को सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए और इस तरह काली पट्टी पहनकर आना या प्लेकार्ड दिखाना उचित नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष का विरोध कैमरे पर दिखाया नहीं जा रहा है। (इनपुट भाषा से भी)
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