कांग्रेस महाधिवेशन: राहुल गांधी बोले- इस देश को कांग्रेस रास्ता दिखा सकती है, वो नफरत, हम प्यार करते हैं

कांग्रेस महाधिवेशन की औपचारिक शुरुआत हो गई. इस अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी अगले पांच साल की दशा-दिशा तक करेगी.

कांग्रेस महाधिवेशन: राहुल गांधी बोले-  इस देश को कांग्रेस रास्ता दिखा सकती है, वो नफरत, हम प्यार करते हैं

कांग्रेस महाधिवेशन में भाषण देते राहुल गांधी

खास बातें

  • देश को बांटा जा रहा है: राहुल
  • हमारा काम जोड़ने का है: राहुल
  • हाथ का निशान लोगों को जोड़ेगा- राहुल गांधी
नई दिल्ली:

कांग्रेस महाधिवेशन की औपचारिक शुरुआत हो गई है. इस महाधिवेशन में कांग्रेस पार्टी अगले पांच साल की दशा-दिशा तक करेगी और इस दौरान आर्थिक एवं विदेशी मामलों सहित चार अहम प्रस्ताव पारित किये जाएंगे. यह महाधिवेशन इसलिए भी खास है क्योंकि यह 8 साल बाद हो रहा है. कांग्रेस महाधिवेशन को बतौर अध्यक्ष पहली बार संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सबसे पहले अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का अभिवादन किया. उन्होने नेताओं के साथ कार्यकर्ता का अभिवादन किया. बता दें कि इस महाधिवेशन की मुख्य नजर 2019 में होने वाले आम चुनाव पर होगी. इस महाधिवेशन में पहली कतार में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और मनमोहन सिंह सहित बड़े नेता मौजूद हैं.  

राहुल गांधी ने उद्घाटन भाषण के दौरान कहा कि आज देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है, देश को बांटा जा रहा है. हिंदुस्तान के एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से लड़वाया जा रहा है. हमारा काम जोड़ने का है. कांग्रेस का हाथ निशान ही देश को जोड़ कर रख सकता है.

उन्होंने एक तरह से बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हम अपने सीनियर नेताओं को नहीं भूलते हैं. हमारे पार्टी के नेता जैसे सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह पार्टी के लिए लड़ते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह महा अधिवेशन भविष्य की बात कर रहा है, बदलाव की बात कर रहा है. 

उन्होंने कहा कि हमारा काम सीनियर नेताओं और युवाओं को जोड़ने का है, सबको राह दिखाने का काम है. कांग्रेस पार्टी अपने दिग्गज नेताओं और युवाओं के समर्थन से आगे बढ़ेगी. हम पीछे की बात नहीं भूलते हैं. हम सबको साथ लेकर चलते हैं. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि मोदी सरकार में लोगों को ये बात समझ नहीं आती किउन्हें रोजगार कब मिलेगा, किसानों को उनके हक कब मिलेंगे?

राहुल ने कहा कि देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस पार्टी में और विपक्ष में क्या फर्क है? एक फर्क है कि वह गुस्से का प्रयोग करते हैं, हम प्यार का और भाईचारे का प्रयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, ये देश हम सबका है, हर जात का है, हर धर्म का है. कांग्रेस पार्टी जो भी करेगी, वह सबके लिए करेगी. किसी को पीछे नहीं छोड़ेगी. धन्यवाद.

बता दें कि इस महाधिवेशन को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो बार संबोधित करने वाले थे. पहला संबोधन अभी हुआ जो उद्घाटन भाषण था. अब वह बाद में क्नक्लूजन भाषण देंगे. 

बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी चार प्रस्ताव पारित करेगी. इनमें राजनीतिक, आर्थिक, विदेशी मामलों तथा कृषि, बेरोजगारी एवं गरीबी उन्मूलन के विषय शामिल होंगे. पार्टी प्रत्येक क्षेत्र के बारे में अपना दृष्टिकोण रखेगी और वर्तमान परिदृश्य से उसकी तुलना की जाएगी. दो दिन के गहन विचार विमर्श सत्र में राजनीतिक स्थिति सहित दो प्रस्तावों को पहले दिन लिया जाएगा.

अंतिम दिन दो प्रस्तावों पर विचार होगा जिनमें बेरोजगारी से संबंधित प्रस्ताव होगा. सूत्रों ने कहा कि राजनीतिक प्रस्ताव में समान विचारों वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के बारे में पार्टी की योजना का संकेत मिलेगा.  यूपीए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रात्रि भोज में 20 विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाकर इस दिशा में पहल की है. 

84वें महाधिवेशन से पहले शुक्रवार को इसकी विषय समिति की बैठक हुई. बैठक पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, जनार्दन द्विवेदी तथा पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष सहित विभिन्न नेताओं ने भाग लिया.

VIDEO :राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस का पहला अधिवेशन


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