दुनिया का सबसे ताकतवार लड़ाकू विमान माने जा रहे राफेल विमान (Rafale Fighter Jets) जल्द ही भारत आने वाले है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को हरियाणा के अम्बाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर राफेल विमान (Rafale Fighter Jets) लैंड करेगा. 29 जुलाई को राफेल विमान (Rafale Fighter Jets) भारत पहुंचेगा. जबकि अगस्त महीने में औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर राफेल विमान को भारत चीन विवाद के बीच लद्दाख (Ladakh Standoff) में एक हफ्ते के भीतर तैनात भी किया जा सकता है. इस विमान को ताकतवर बना रही है इसमें लगने वाली मिसाइलें. जिनकी अचूक और सैकड़ों किलोमीटर तक की मारक क्षमता दुश्मनों के लिए चिंता का विषय बन गई है.
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इसमें लगने वाली मिसाइलें
मीटोर मिसाइल: राफेल विमान में मीटोर Air to Air मिसाइल से सुसज्जित होगा जिसकी मारक क्षमता 150 किलोमीटर है, यह बिना सीमा पार किए दुश्मन देश के विमान को तबाह कर सकता है. चीन और पाकिस्तान के पास यह क्षमता नहीं है.
स्काल्प मिसाइल: मीटोर के अलावा दूसरा मिसाइल राफेल, स्काल्प होगा. स्काल्प की मारक क्षमता 600 किलोमीटर तक की है. यह अपनी जिसकी अचूक मारक क्षमता के लिए जाना जाता है.
हैमर मिसाइल: चीन के साथ विवाद के बीच भारत ने हैमर मिसाइल भी एमरजेंसी तौर पर राफेल के लिए खरीदने का फैसला किया है. जिसकी मारक क्षमता 60 किलोमीटर है.
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राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘Golden Arrows' का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है. फ्रांस से यूएई के यात्रा के दौरान राफेल विमान के साथ हवा में ईंधन भरने वाले 2 रिफ्यूलर भी आएंगे. भारतीय वायु सेना के पायलट जिन्होंने राफेल विमान के उड़ान की ट्रेनिंग ली है वही विमान उड़ाकर लेकर भारत आएंगे.
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