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This Article is From Aug 13, 2011

पहले पानी के लिए बहा खून, अब खून पर राजनीति

पुणे के मावल में पुलिस फायरिंग में तीन किसानों की मौत के बाद अब नेता फायरिंग में मारे गए किसानों के घर के चक्कर लगाने में जुटे हुए हैं।
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Mumbai: पुणे के मावल में 9 अगस्त को हुई पुलिस फायरिंग में तीन किसानों को पुलिस की गोलियों का शिकार होना पड़ा था। इस खबर के मीडिया में आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। अब नेता फायरिंग में मारे गए किसानों के घर के चक्कर लगाने लगे हैं। पुलिस फायरिंग का शिकार 29 साल का एक किसान श्याम राव तुपे भी हुए, जो अपनी एक बीघा जमीन बचाने में जुटे थे। श्यामराव पर अपने परिवार के 11 लोगों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी थी और अब उनकी मौत के बाद उनके परिवार के भूखों मरने की हालत पैदा हो गई है। ऐसे में श्यामराव के परिवार वाले खुदकुशी करने की सोच रहे हैं। पुणे में किसानों पर फायरिंग को लेकर विवादों में घिरी पुलिस ने मावल गांव के आठ किसानों को गिरफ्तार किया है। इन किसानों को कोर्ट में पेश करके एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने इन किसानों पर पुलिस पर हमले की साजिश रचने और पुलिस की गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। पुलिस 9 अगस्त के इस वीडियो फुटेज को भी खंगाल रही है, ताकि वो कथित तौर पर गड़बड़ी फैलाने वाले किसानों की पहचान कर सके। पुलिस अपने बचाव में ये दावा कर रही है कि उसने किसानों के हमले से खुद को बचाने के लिए गोली चलाई थी।आंदोलनकारी किसानों पर गोली चलाने के मामले में दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनके नाम हैं इंस्पेक्टर अशोक पाटिल और सब इंस्पेक्टर गणेश माने। इससे पहले 6 पुलिस कांस्टेबलों को पुणे रूरल एसपी के आदेश पर सस्पेंड कर दिया गया।उधर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा है कि 9 अगस्त को किसानों का आंदोलन पूर्वनियोजित था। उन्होंने यह भी माना कि उन्होंने पुणे रूरल के एसपी संदीप कार्णिक को फोन किया था, लेकिन सिर्फ जानकारी जुटाने के लिए। गौरतलब है कि बीजेपी ने एसपी संदीप कार्णिक पर हल्ला बोलते हुए कहा था कि गोली चलाने से पहले कार्णिक ने महाराष्ट्र के किसी बड़े मंत्री से बात की थी।मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इस मुद्दे पर गृहमंत्री आरआर पाटिल का भी बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। पुणे में आंदोलनकारी किसानों पर हुए गोलीकांड के मामले में राज्यपाल को सारी जानकारी देने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्यपाल के शंकरनारायणन से मुलाकात की।इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एकनाथ खडसे की अगुवाई में विपक्षी विधायक राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर उनसे दरख्वास्त की कि पुणे फायरिंग पर वह अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपें। साथ ही ये मांग भी की कि राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाए।

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पुणे फायरिंग, किसान आंदोलन, पुणे एक्सप्रेसवे
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