कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सिद्धरमैया (फाइल फोटो)
बेंगलूरु:
कन्नड़ फिल्मो के जाने माने अभिनेता और कांग्रेस विधायक अंबरीश ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। वे मैसूरु जिले के मण्डया से विधायक हैं। रविवार को हुए कैबिनेट फेरबदल में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जिन 14 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया उनमें अंबरीश भी शामिल हैं।
अंबरीश हाउसिंग विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। उनके अलावा उत्तर कर्नाटक के ताकतवर मुस्लिम नेता कमरुल इस्लाम को भी कैबिनेट से हटाया गया। उनके समर्थकों ने गुलबर्गा में कांग्रेस ऑफिस में काफी तोड़फोड़ की। हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
इसी तरह मैसूरु से ताकतवर दलित नेता श्रीनिवास प्रशाद के समर्थक भी कई जगहों पर प्रदर्शन करते नजर आए। उन्हें लगता है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दबाव में उन्हें हटाया गया है। और मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे को उनकी जगह राज्य मंत्री बनाया गया है।
हावेरी ज़िले के मयकोंडा से कांग्रेस विधायक शिव मूर्ती नायक मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से इतने खफा हैं कि वो विधानसभा परिसर में मौन धारण कर धरने पर बैठ गए। लेकिन इससे पहले उन्होंने बताया कि उनके साथ 25 विधायक हैं। वो चाहते हैं कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाकर विचार-विमर्श किया जाये। अगर इनलोगों की बात नहीं सुनी गयी तो वो तय करेंगे कि आगे क्या करना है।
इनके अलावा कई ऐसे विधायक भी हैं जो कैबिनेट में जगह नहीं मिलने की वजह से नाराज हैं। उनके समर्थक भी जगह- जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री दिनेश गुंडु राव को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें भी सिद्धारमैया ने मंत्रिमण्डल से हटाया था।
कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सीटें है और 15 फीसदी की दर से सिर्फ 34 मंत्री मंत्रिमंडल में हो सकते हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री सहित सिद्धारमैया मंत्रिमंडल में मंत्रियों मई कुल संख्या इतनी ही है।
अंबरीश हाउसिंग विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। उनके अलावा उत्तर कर्नाटक के ताकतवर मुस्लिम नेता कमरुल इस्लाम को भी कैबिनेट से हटाया गया। उनके समर्थकों ने गुलबर्गा में कांग्रेस ऑफिस में काफी तोड़फोड़ की। हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
इसी तरह मैसूरु से ताकतवर दलित नेता श्रीनिवास प्रशाद के समर्थक भी कई जगहों पर प्रदर्शन करते नजर आए। उन्हें लगता है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दबाव में उन्हें हटाया गया है। और मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे को उनकी जगह राज्य मंत्री बनाया गया है।
हावेरी ज़िले के मयकोंडा से कांग्रेस विधायक शिव मूर्ती नायक मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से इतने खफा हैं कि वो विधानसभा परिसर में मौन धारण कर धरने पर बैठ गए। लेकिन इससे पहले उन्होंने बताया कि उनके साथ 25 विधायक हैं। वो चाहते हैं कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाकर विचार-विमर्श किया जाये। अगर इनलोगों की बात नहीं सुनी गयी तो वो तय करेंगे कि आगे क्या करना है।
इनके अलावा कई ऐसे विधायक भी हैं जो कैबिनेट में जगह नहीं मिलने की वजह से नाराज हैं। उनके समर्थक भी जगह- जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री दिनेश गुंडु राव को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें भी सिद्धारमैया ने मंत्रिमण्डल से हटाया था।
कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सीटें है और 15 फीसदी की दर से सिर्फ 34 मंत्री मंत्रिमंडल में हो सकते हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री सहित सिद्धारमैया मंत्रिमंडल में मंत्रियों मई कुल संख्या इतनी ही है।
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