
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पांच जनवरी को हुए हमले की दिल्ली पुलिस द्वारा जारी प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि वामपंथी संगठनों से जुड़े छात्र घटना में शामिल थे. जावड़ेकर ने कहा कि पुलिस द्वारा रहस्योद्घाटन ‘बहुत महत्वपूर्ण' है क्योंकि पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को बदनाम करने के लिए दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है. जावड़ेकर आगामी दिल्ली चुनावों के लिए भाजपा प्रभारी हैं.
उन्होंने कांग्रेस, भाकपा, माकपा, आप पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दल अपने हितों के लिए छात्रों का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि वे लोकसभा चुनावों में अपनी हार से निराश हैं. इससे पहले आप ने भाजपा पर आरोप लगाए थे. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी भाजपा पर चुनाव से पहले हिंसा की घटनाओं के जरिए मतदाताओं के ध्रुवीकरण का प्रयास करने का आरोप लगाया था. उन्होंने विश्वविद्यालय के आंदोलनरत छात्रों से अपना आंदोलन समाप्त कर शैक्षणिक सत्र शुरू होने देने की अपील की.
दिल्ली पुलिस ने हिंसा में शामिल नौ संदिग्धों के नाम लिए और दावा किया कि उनमें से सात वामपंथी-झुकाव वाले छात्र संगठनों के हैं, जबकि दो दक्षिणपंथी छात्र संगठनों से जुड़े हैं. जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस द्वारा आज का रहस्योद्घाटन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि 3-4 दिन पहले एक दुर्भावनापूर्ण अभियान शुरू किया गया था जिसमें एबीवीपी को एकमात्र अपराधी के रूप में पेश किया जा रहा था.
उन्होंने आरोप लगाया, "लेकिन, अब यह ज्ञात है कि भाकपा और माकपा के छात्र संगठनों तथा जेएनयू छात्र संघ ने योजना बनाने के बाद यह (हिंसा) किया. उन्होंने छात्रों के पंजीकरण को रोकने के लिए विश्वविद्यालय के सर्वर को नष्ट कर दिया, सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया और पेरियार छात्रावास के छात्रों के साथ मारपीट की.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं