
पीएम मोदी (फाइल फोटो)
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पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच को संबोधित किया.
सस्ती ऊर्जा का आह्वान किया.
5 साल में ऊर्जा की मांग भारत में सबसे अधिक होगी.
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अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच ( आईईएफ ) के सम्मेलन को यहां संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह (कीमतों का उचित निर्धारण) तेल उत्पादक देशों के हित में है क्योंकि ( ऊर्जा के ) उपभोग वाले देश बाजार वृद्धि कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को ऐसी ऊर्जा चाहिए जो गरीबों के लिए सस्ती हो और उनकी पहुंच में हो.
उन्होंने कहा कि साफ , सस्ती और सतत ऊर्जा की आपूर्ति और उस तक पहुंच महत्वपूर्ण है. इसलिए तेल एवं गैस की कीमतों का निर्धारण जिम्मेदारी पूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए. मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने कम मुद्रास्फीति पर उच्च वृद्धि दर हासिल की है.
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उन्होंने कहा कि अगले दो से पांच साल में भारत में ऊर्जा की मांग सबसे ज्यादा होगी और प्राथमिक ऊर्जा स्रोत के रुप में कोयले की मांग धीरे - धीरे खत्म हो सकती है. आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ( ओईसीडी ) से बाहर के देशों में ऊर्जा का उपभोग बढ़ा है और सौर ऊर्जा सस्ती हुई है.
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